Sonam Killed Raja : राजा की हत्या का राज खुला, क्या सोनम ने ही हनीमून पर करवाई पति की हत्या!

सोनम के पिता ने कहा कि सोनम ने रात 2 बजे भाई को फोन करके बताया कि वो गाजीपुर में है!

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Sonam Killed Raja : राजा की हत्या का राज खुला, क्या सोनम ने ही हनीमून पर करवाई पति की हत्या!

Gazipur (UP) : राजा रघुवंशी की हत्या के सस्पेंस से पर्दा उठ गया। उत्तर प्रदेश ने इस मामले में उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया। मेघालय पुलिस के डीजीपी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी के हत्याकांड में उसकी पत्नी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन, अभी इस कहानी में कई पेंच है। उनमें सबसे बड़ी बात तो यह की सोनम शिलांग से गाजीपुर कैसे पहुंची।

मेघालय की डीजीपी आई नोंगरंग ने बताया कि राजा रघुवंशी हत्याकांड में पत्नी सोनम ने यूपी के गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। वहीं तीन अन्य हमलावरों को देर रात गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को यूपी से गिरफ्तार किया गया, जबकि दो अन्य आरोपियों को एसआईटी ने इंदौर से पकड़ा।

मेघालय के CM ने कहा, हमलावर मध्यप्रदेश के
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने बताया कि हत्याकांड में शामिल तीन आरोपी मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और पुलिस ने उन्हें दबोच लिया है। एक आरोपी की तलाश अभी भी जारी है। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि हत्या को अंजाम देने के लिए साजिश को मेघालय जैसे दूरस्थ पर्यटन स्थल पर अंजाम दिया गया।

पिता ने कहा, सोनम ने भाई से मांगी मदद मांगी
सोनम के पिता देवीसिंह का कहना है कि रात करीब 2 बजे सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची। उसने ढाबा संचालक से कहकर अपने भाई गोविंद को फोन कराया। इसके बाद गोविंद ने अपने एक परिचित को सोनम के पास भेजा और उनसे फोन पर बात कराई। गाजीपुर के एसपी डॉ ईरज राजा ने बताया कि सोनम को नंदगंज क्षेत्र के ढाबे पर अचेत अवस्था में पाया गया। यह मामला दूसरे राज्य से संबंधित है, इसलिए संबंधित राज्य की पुलिस के आने तक गाजीपुर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

गाइड का दावा सच निकला
स्थानीय गाइड अल्बर्ट पैड का दावा सच निकला कि 23 मई को सुबह 10 बजे उन्होंने राजा और सोनम को तीन अन्य युवकों के साथ नोंग्रियात से मावलाखियात के रास्ते पर देखा था। अल्बर्ट ने बताया कि वह इंदौर के इस दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि एक दिन पहले उन्होंने उन्हें ट्रेकिंग के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी। लेकिन, दंपती ने उन्हें मना कर दिया और किसी अन्य गाइड वानसाई को साथ लिया। अल्बर्ट ने यह भी बताया कि चारों युवक आगे चल रहे थे और सोनम उनके पीछे चल रही थी। वे सभी हिंदी में बात कर रहे थे। वे केवल खासी और अंग्रेजी जानते हैं, इसलिए बातचीत नहीं समझ सके। उन्होंने यह भी बताया कि चारों ने शिपारा होम स्टे में रात बिताई और बिना गाइड के लौट गए थे।

मेघालय पुलिस ने शुरू से ही इस बात पर शंका जताई थी, कि मामला संदिग्ध है। राजा के भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद ने मेघालय पुलिस और प्रशासन पर कई आरोप लगाए। लेकिन, कोई भी ऐसा प्रमाण सामने नहीं आया था जो पुलिस जांच में कमजोरी निकाल सके। यही वजह थी, कि मेघालय के मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की सिफारिश को स्वीकार नहीं किया। अब जबकि पूरे मामले का पर्दाफाश हो चुका है, यह कहानी सामने आना बाकी है कि राजा की हत्या क्यों कराई गई और इसकी प्लानिंग किसने और कैसे की!