The Kashmir Files : सज्जन वर्मा ने कहा ‘केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजना का खुलासा करे!’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन वर्मा की 'मीडियावाला' के संपादक हेमंत पाल से बातचीत

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The Kashmir Files : सज्जन वर्मा ने कहा ‘केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजना का खुलासा करे!’

Indore : ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर कांग्रेस इन दिनों भड़की हुई है। इसलिए कि भाजपा ने इस फिल्म को अपने एजेंडे की तरह लिया और उसे प्रचारित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने ‘मीडियावाला’ से बातचीत करते हुए ‘द कश्मीर फाइल्स’ और इस पर भाजपा की राजनीति पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि ये भाजपा का मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की खुदाई से निकालकर लाया हुआ नया विषय है। भाजपा के पास करंट टॉपिक तो कुछ है नहीं, इसलिए वे ऐसे मामलों पर लोगों को मनोवैज्ञानिक ढंग से भड़काते रहते हैं। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीरी पंडितों की पीड़ा से दुखी हैं तो उनके पुनर्वास की योजना का खुलासा करें।

सज्जन वर्मा ने कहा कि जिसने ये फ़िल्म बनाई है और जो लोग देखने जा रहे हैं, उन्हें यह जरूर पता लगाना चाहिए के 90 के दशक में जब कश्मीर से पंडितों का पलायन हुआ, तब जम्मू कश्मीर में राज्यपाल कौन था और क्या स्थितियां थी। तब वहां जगमोहन राज्यपाल थे, जो बाद में बीजेपी में शामिल हुए। उनके राज में ही यह सारा कांड हो गया। लोगों के पलायन के बाद ही उन्हें पुरस्कार देकर सेंट्रल में कैबिनेट मिनिस्टर बना दिया था।

दूसरा मुद्दा यह कि उस समय केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी, जिसने मंडल-कमंडल के नाम पर देश को बर्बाद किया, उसे 80 भाजपा सांसदों का समर्थन प्राप्त था। भाजपा ने कश्मीरी पंडितों  पर विरोध किया होता तो समर्थन वापस लिया जाना था, पर नहीं लिया गया! लालकृष्ण आडवाणी की ‘अयोध्या यात्रा’ को जब बिहार में लालू यादव ने रोका तो भाजपा ने समर्थन वापस लिया था। इसलिए कश्मीरी पंडितों पर भाजपा का प्रलाप पाखंड से ज्यादा कुछ नहीं है।

सज्जन वर्मा के अनुसार तीसरी सबसे महत्वपूर्ण बात ये कि कश्मीरी पंडितों के पलायन के समय वहां भाजपा के प्रभारी नरेंद्र मोदी थे और वे ही मुरली मनोहर जोशी और लालकृष्ण आडवाणी की जम्मू कश्मीर की एकता यात्रा के भी प्रभारी थे। इसलिए बेहतर होगा कि भाजपा कश्मीरी पंडितों पर आंसू बहाना छोड़े, क्योंकि लोगों को असलियत का पता है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह सवाल भी उठाया कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर नकली आंसू बहाने वाली भाजपा की मोदी सरकार को अब कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजना बताना चाहिए! यदि वे वास्तव में कश्मीरी पंडितों की पीड़ा को समझ रहे हैं, तो केंद्र सरकार को उनके पुनर्वास की योजना का खुलासा करना चाहिए! सिर्फ लोगों को फिल्म दिखाने से काम नहीं चलेगा। धारा 370 और 35-ए हटाने के बाद अब मोदी सरकार की जिम्मेदारी है कि वो कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए कदम उठाए!