Vallabh Bhavan Corridors To Central Vista : वल्लभ भवन के अफसर फिलहाल ‘टेंशन फ्री’

931
Vallabh Bhawan Corridors To Central Vista : वल्लभ भवन के अफसर फिलहाल 'टेंशन फ्री'

 

Vallabh Bhavan Corridors To Central Vista: वल्लभ भवन के अफसर फिलहाल ‘टेंशन फ्री’

मुख्यमंत्री इन दिनों पंचायत और नगर निकाय चुनाव में बिजी हैं। इन चुनावों के कारण प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है और सारे महत्वपूर्ण सरकारी फैसले रुके हुए हैं। कैबिनेट की बैठक भी इस वजह से नहीं हो रही। ऐसे समय में सबसे ज्यादा असर वल्लभ भवन के कामकाज पर पड़ा है और अफसर टेंशन फ्री लग रहे है। दरअसल, अफसर भले ही दिखने में टेंशन फ्री हों, पर वे नियमित कामकाज में तो लगे ही हैं।

Mantralaya Vallabh Bhavan Bhopal

क्योंकि, उन्हें पता है कि आचार संहिता के ख़त्म होते ही, फिर काम की गति बढ़ेगी। पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री की सक्रियता कुछ ज्यादा ही बढ़ी है। कई बार देर रात और अलसुबह भी ACS और CS के पास मुख्यमंत्री के फोन पहुंच जाते हैं। रोज दो जिलों के कलेक्टरों के कामकाज की समीक्षा भी कुछ दिनों से मुख्यमंत्री ने शुरू की है। ये काम सुबह 6 से साढ़े 6 के बीच शुरू हो जाता है! अभी ये सब भी रुका हुआ है, आचार संहिता ख़त्म होते ही सब फिर शुरू होगा। अभी भले ही अफसर ‘टेंशन फ्री’ पर वास्तव में हैं नहीं!

NIA को नियमित मुखिया मिला
तेरह महीने के लंबे इंतजार के बाद आतंकवाद की वारदातों का पर्दाफाश करने वाली जांच एजेंसी एन आई ए को नियमित मुखिया मिला। केंद्र सरकार ने दिनकर गुप्ता को एन आई ए का नया मुखिया नियुक्त किया है। वे पंजाब काडर के 1987 बैच के आई पी एस अधिकारी हैं। इसी के साथ दिनकर गुप्ता का भी केंद्र में आने का इंतजार खत्म हो गया।

छत्तीसगढ़ के पहले IPS जिन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई

वे 30 मई 2020 को डीजी पद के लिए एम्पैनल हुए थे। गुप्ता का रिटायरमेंट 31 मार्च 2024 को है। उम्मीद है कि वे अगले पौनै दो साल तक इस पद पर बने रहेंगे। वाई सी मोदी पिछले साल मई में एन आई ए के मुखिया पद से रिटायर हुए थे। तब से सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह के पास एजेंसी का अतिरिक्त चार्ज था।

छत्तीसगढ़ के पहले IPS जिन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई
छत्तीसगढ़ काडर आई पी एस अधिकारी स्वागत दास को गृह मंत्रालय में आंतरिक सुरक्षा का नया विशेष सचिव बनाया गया है। वे 1987 बैच के अधिकारी हैं। वे इंटेलीजेंस ब्यूरो में विशेष निदेशक के पद पर पदस्थ थे। दास छत्तीसगढ़ काडर के संभवतः पहले आई पी एस अधिकारी हैं जिन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।


Read More… Ranji Trophy 2022: ८८ साल के रणजी इतिहास में मध्य प्रदेश पहली बार चैंपियन 


केंद्र में सचिव स्तर पर फेरबदल की संभावना
केंद्र में सचिव स्तर पर फेरबदल की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि यह फेरबदल जुलाई में हो सकता है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू केंद्र में सचिव नियुक्त किए जा सकते हैं। वे 1988 के आईएएस अधिकारी हैं।

अजय तिर्की
अजय तिर्की

अजय तिर्की फिलहाल अपने गृह काडर वापस नहीं जा रहे
सरकारी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि मध्य प्रदेश काडर के आई ए एस अधिकारी अजय तिर्की फिलहाल अपने गृह काडर वापस नहीं जा रहे हैं। वे 1987 बैच के अधिकारी हैं और वर्तमान में ग्रामीण मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग में सचिव हैं।


Read More… Kissa A IAS: सुनने की शक्ति खोई, पर महज 23 साल में बनी IAS 


मध्यप्रदेश काडर के IAS अधिकारी की बड़ी उपलब्धि
मध्य प्रदेश काडर के आई ए एस अधिकारी अनिल जैन इस वर्ष अक्टूबर में रिटायर हो रहे हैं। 1986 बैच के आईएएस अधिकारी पिछली 24 सितंबर 2019 से केंद्र में कोयला सचिव के पद पर पदस्थ हैं।

ias officer anil kumar jail take charge as secretary ministry of coal 730X365
आई ए एस अधिकारी अनिल जैन

विवादास्पद रहे कोयला मंत्रालय में एक लंबे अंतराल के बाद कोई आईएएस अधिकारी तीन साल से अधिक समय तक सचिव रहेगा। सरकारी हल्को में इसे एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। मोदी सरकार में काम करने वाले सचिवों को पूरा मौका दिया जाता है।

Author profile
Suresh Tiwari
सुरेश तिवारी

MEDIAWALA न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक सुरेश तिवारी मीडिया के क्षेत्र में जाना पहचाना नाम है। वे मध्यप्रदेश् शासन के पूर्व जनसंपर्क संचालक और मध्यप्रदेश माध्यम के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रहने के साथ ही एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी और प्रखर मीडिया पर्सन हैं। जनसंपर्क विभाग के कार्यकाल के दौरान श्री तिवारी ने जहां समकालीन पत्रकारों से प्रगाढ़ आत्मीय रिश्ते बनाकर सकारात्मक पत्रकारिता के क्षेत्र में महती भूमिका निभाई, वहीं नए पत्रकारों को तैयार कर उन्हें तराशने का काम भी किया। mediawala.in वैसे तो प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खबरों को तेज गति से प्रस्तुत करती है लेकिन मुख्य फोकस पॉलिटिक्स और ब्यूरोक्रेसी की खबरों पर होता है। मीडियावाला पोर्टल पिछले सालों में सोशल मीडिया के क्षेत्र में न सिर्फ मध्यप्रदेश वरन देश में अपनी विशेष पहचान बनाने में कामयाब रहा है।