Vallabh Bhawan Corridors To Central Vista: CM की अमेरिकी यात्रा के पहले बड़ी प्रशासनिक सर्जरी
CM की अमेरिकी यात्रा के पहले बड़ी प्रशासनिक सर्जरी
मुख्यमंत्री (CM) शिवराज सिंह चौहान की 14 मई से होने जा रही अमेरिका यात्रा के पहले मध्यप्रदेश में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की चर्चा है। माना जा रहा है कि इस सर्जरी में मंत्रालय में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों के विभागों में बदलाव के साथ ही इंदौर, उज्जैन संभाग सहित 3 संभागों के कमिश्नर और एक दर्जन जिलों के कलेक्टर बदले जाएंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएम (CM) 14 मई को 10-12 दिनों के लिए अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं। उससे एक दो दिन पूर्व प्रदेश में बड़े स्तर का प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिल सकता है।
वल्लभ भवन गलियारों में चल रही चर्चा की माने तो इस फेरबदल में मंत्रालय के ACS,PS स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रभार में भी बदलाव हो सकता है।
मुख्यमंत्री (CM)अपनी अमेरिकी यात्रा के पूर्व मई माह के द्वितीय सप्ताह में कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस आयोजित करेंगे।
माना जा रहा है कि इस कान्फ्रेंस में कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी और एसपी के परफॉर्मेंस का मूल्यांकन होगा।
पुअर परफारमेंस वाले कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी और एसपी को बदला जाएगा। फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर, उज्जैन सहित 3 संभाग के कमिश्नर और प्रदेश के कोई एक दर्जन कलेक्टर को बदला जा सकता है। अंतिम सूची तो कलेक्टर कमिश्नर कान्फ्रेंस के बाद ही आकार लेगी।
बता दें कि पूर्व के वर्षों में भी जब जब मुख्यमंत्री (CM) विदेश दौरे पर गए हैं तब तब उन्होंने जाने से पूर्व बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की है। माना जा रहा है कि इस बार भी वे 14 मई को अमेरिका जाने से पूर्व उसी परंपरा का निर्वाह करेंगे।
अस्तित्व की लड़ाई लड़ते नरेंद्र सिंह तोमर
राजनीति में माहौल इतनी तेजी से बदलता है कि उसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। इसलिए कहा जाता है कि राजनीति में चढ़ते सूरज को ही पूजने का रिवाज है। सूत्रों की माने तो कुछ ऐसी ही स्थिति आजकल ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की दिखाई दे रही है ! ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने से पहले उनका ग्वालियर में एक छत्र राज था! लेकिन, अब वो हालात नहीं रहे। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले करीब साल भर से जिला प्रशासन ने तोमर की अध्यक्षता में कोई बैठक भी नहीं की! जबकि, पहले ऐसा नहीं था। नरेंद्र तोमर का पहले माहौल देखने वालों का कहना है कि अब उनके आसपास की भीड़ भी छंटने लगी है।
अब उतने लोग उनके पास हाजिरी लगाने नहीं आते, जितने पहले दिखाई देते थे। कई कार्यकर्ता अब सिंधिया के आजू-बाजू दिखाई देने लगे हैं। ये सारा बदलाव सिंधिया के आने के बाद ही हुआ। प्रशासन भी अब सिंधिया को कुछ ज्यादा ही भाव दे रहा है! तोमर का चुनाव क्षेत्र मुरैना है, इसलिए उन्होंने भी बताने के लिए सियासी और प्रशासनिक गतिविधियों के लिए अपने आप को वहीं तक सीमित कर लिया है! बताते हैं कि सिर्फ ग्वालियर में ही नहीं, दिल्ली दरबार में भी तोमर के महत्त्व में कमी आई है। राजनीतिक गलियारों की खबरों के अनुसार किसान आंदोलन के दौरान कृषि मंत्री के रूप में तोमर का परफॉरमेंस शायद उतना अच्छा नहीं माना गया जिसकी उम्मीद उनसे केंद्र सरकार ने की थी।
सालभर से ज्यादा हो गए IPS ग्रेडेशन लिस्ट अपडेट नहीं!
मध्य प्रदेश कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की ग्रेडेशन लिस्ट पिछले 12 फरवरी 2021 के बाद से अभी तक अपडेट नहीं की गई। अगर इस सूची को देखा जाए तो इसके मुताबिक वीके जौहरी अभी भी मध्य प्रदेश पुलिस के डायरेक्टर जनरल (DGP) और सुधीर कुमार सक्सेना को एडीजी सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) नई दिल्ली बताया गया है। इसके अलावा और भी कई अधिकारी हैं, जिनकी पोस्टिंग बदल गई, पर IPS ग्रेडेशन लिस्ट में वही पुरानी दर्ज है। इस सूची में से कई अधिकारी तो रिटायर्ड भी हो चुके हैं। लेकिन, उनका नाम भी इस सूची में उल्लेखित है।
कंप्यूटर और IT के इस आधुनिक युग में आखिर लिस्ट के अपडेटेशन का काम क्यों नहीं हो पाया, यह आश्चर्यजनक और जांच का विषय है। मध्य प्रदेश की पुलिस कई मामलों में आधुनिकीकरण का कार्य कर रही है लेकिन इस मामले में इतनी उदास क्यों है? दरअसल उसे अपने अफसरों की ग्रेडेशन लिस्ट के आधुनिकीकरण का कार्य सबसे पहले करने की जरूरत है।
मनीष सिंह का कोई जवाब नहीं!
आज यदि इंदौर में किसी से सवाल किया जाए कि शहर में सबसे लोकप्रिय व्यक्ति कौन है, तो निश्चित रूप से 90 फीसदी लोग कलेक्टर मनीष सिंह का ही नाम लेंगे! इसलिए नहीं कि उन्होंने एक दिन में कोई चमत्कार किया है! या इसलिए नहीं कि मैं इंदौर के कलेक्टर हैं और आईएएस अधिकारी हैं! लेकिन, उन्होंने जो किया वो वास्तव में किसी चमत्कार से तो कम नहीं है! इंदौर को सफाई के मामले में देश में अव्वल लाने में उनके योगदान का तो कोई जवाब नहीं!
लेकिन, इसके अलावा भी उन्होंने कई ऐसे काम किए, जो सीधे जनता से जुड़े हैं। उनकी खासियत यह भी कही जाना चाहिए कि कोई भी आम आदमी उनके पास अपनी फ़रियाद लेकर पहुंच जाता है और उसे उसका प्रतिफल भी मिलता है। प्रशासन के विभिन्न आयामों के कामकाज को लेकर उन्हें कई पुरस्कार मिले।
हाल ही में उन्हें दिल्ली में स्वच्छता के मामले में एक विशेष अवॉर्ड से नवाजा गया! अब तो लोग कहने लगे कि कलेक्टर साहब को इतने पुरस्कार मिल चुके हैं कि अब तो उनकी गिनती भी याद नहीं।
आखिर दो वरिष्ठ IAS की एमपी में वापसी क्यों नहीं हो पा रही है?
केंद्र सरकार में मध्य प्रदेश काडर के दो अधिकारियों ने अपने गृह राज्य में वापस जाने की इच्छा जताई है। ये है: 1987 बैच के अजय तिर्की और 1993 बैच के डा मनोहर अगनानी।
यह दोनों अधिकारी पिछले 1-2 माह से अपने होम काडर में वापस आने के लिए सभी संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन उनके प्रयास फलीभूत नहीं हो रहे हैं।
बताया गया है कि केंद्र सरकार ने तो प्रदेश सरकार को इनकी सेवाएं वापस लेने के लिए लिख दिया है लेकिन प्रदेश सरकार इस और कोई रुचि नहीं ले रही है जिससे इन दोनों अधिकारियों की मध्यप्रदेश वापसी पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। केंद्र सरकार में तिर्की वर्तमान में भूमि संसाधन विभाग और डा अगनानी स्वास्थ्य मंत्रालय में अपर सचिव हैं।
इस रिटायर्ड अधिकारी के पुनर्वास की तैयारी
पिछले मार्च माह में रिटायर हुए 1988 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी आईसीपी केसरी को सरकार किसी जवाबदारी को सौंपने के मूड में दिखाई दे रही है।
उनके पुनर्वास के लिए कोई उपयुक्त पद को खोजा जा रहा है।
माना जा रहा है कि इसी माह में केसरी को उनके अनुभव और एक्सपर्टीज के अनुसार सरकार किसी पद पर बैठा सकती है।
और अब खबरें दिल्ली से
CSIR के DG पद पर अभी किसी की नियुक्ति नहीं
30 अप्रैल को संजय मांडे के रिटायर होने के बाद केंद्र सरकार ने CSIR के DG पद पर किसी भी अधिकारी की नियुक्ति नहीं की है। बायो टैक विभाग के सचिव डा राजेश गोखले को फिलहाल इस का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में इस महत्वपूर्ण पद पर किसी अधिकारी को तैनात किया जाएगा।
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नये सीडीएस की नियुक्ति इसी सप्ताह
नये सेनाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब सबकी नजरें नये चीफ आफ डिफेंस सर्विसेज – सीडीएस की नियुक्ति की ओर लगी है। सत्ता के गलियारों में रिटायर्ड जनरल मुकुंद नरवणे का नाम सीडीएस की दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है। नये सीडीएस की नियुक्ति इस सप्ताह हो जाने की उम्मीद है।
पटनायक को नहीं मिला सेवा विस्तार
जैसी कि इस कालम मे संभावना व्यक्त की गई थी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष जे बी पटनायक को सेवा विस्तार नहीं मिला और वे 30 अप्रैल को रिटायर हो गए। लेकिन सरकार उनके उत्तराधिकारी का चयन फिलहाल नहीं कर सकी। वरिष्ठ सदस्य श्रीमती संगीता सिंह को बोर्ड के अध्यक्ष का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है।