Viral : 2 साल से footpath पर गुजर-बसर कर रहीं Bengal के Former CM बुद्धदेव भट्टाचार्य की साली

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CM Buddhadeb Bhattacharjee

Bengal, Kolkata: कई डिग्रियां लेने के बावजूद कोई व्यक्ति फुटपाथ पर अपनी ज़िंदगी बिताने को मजबूर हो तो इसे आप क्या कहेंगे? हम यहां जिक्र कर रहे हैं Ira Basu का।इरा बसु फर्राटेदार अंग्रेजी बोल लेती हैं, उन्होंने Virology में PhD भी की है, लेकिन फुटपाथ पर जिंदगी काटने को मजबूर हैं। इरा बसु West Bengal में दो बार मुख्यमंत्री रहे वामपंथी नेता Buddhadeb Bhattacharjee की पत्नी मीरा भट्टाचार्य की बहन हैं।

भेजा गया अस्पताल Bengal mein

इरा बसु पिछले दो साल से फुटपाथ पर अपना गुजारा कर रही हैं। वह मानसिक रूप से बीमार भी बताई जा रही है, शुक्रवार को बैरकपुर पुलिस ने उन्हें शहर के मानसिक अस्पताल में ट्रांसफर किया है। उनकी यह खबर सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रही है। वहीं पुलिस तब हरकत में आई जब उन्हें पता चला कि इरा बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की साली है। प्रशासन ने इरा को बेहतर इलाज के लिए कोलकाता के एक अस्पताल में भेज दिया है।
बुद्धदेव से रिश्ते पर कहा- परेशानी होती है.

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इरा शानदार इंग्लिश भी बोलती हैं। उनसे जब बुद्धदेव भट्टाचार्य के परिवार के साथ संबंधों पर सवाल किए गए इरा कहती हैं, ‘इससे उन्हें बहुत परेशानी होती है, क्योंकि उन्हें इस रिश्ते से कोई फायदा नहीं हुआ है। वह वीआईपी के साथ नहीं बैठना चाहती हैं। साथ ही वह ये भी कहती हैं कि कई लोगों उनके पारिवारिक रिश्ते के बारे में जानते हैं।’ ज्ञात हो कि इरा को बुद्धदेव भट्टाचार्य की कई सभाओं में भी देखा गया था।

भीख नहीं मांगी कभी
स्थानीय लोग बताते हैं कि, फुटपाथ पर रहने के बावजूद इरा कभी किसी से भीख नहीं मांगती। वह एक चाय भी अपने पैसों से खरीदकर पीती हैं। साथ ही वह कई दुकानदारों को अपने पैसों से खरीदकर बिरयानी भी खिलाती हैं। वह एक होटल से रोजाना खुद के लिए भात, दाल, सब्जी खरीदकर ले जाती हैं। वहीं अगर उन्हें कोई खाना देता है तो लेने से इंकार कर देती हैं। इसके अलावा इरा का अपना बैंक अकाउंट भी है, जिससे वे समय-समय पर अपनी जरूरत के हिसाब से रुपए भी निकालती हैं।

शुरू नहीं हो सकी पेंशन

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के डनलप इलाके के प्रियनाथ गर्ल्स हाई स्कूल में लाइफ साइंस की टीचर रहीं बसु को रिटायरमेंट के बाद पीएफ के रुपए मिले थे। हालांकि, उन्होंने जरूरी कागजात जमा नहीं किये थे, इस वजह से उनकी पेंशन शुरू नहीं हो पाई है। इरा ने 1976 में बतौर शिक्षिका नौकरी शुरू की थी। 28 जून 2009 को उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया।

खिलाड़ी भी रहीं हैं
इरा बसु ने इस स्कूल में एक शिक्षक के रूप में 34 साल अपनी सेवा दी है। लेकिन वे केवल शिक्षिका ही नहीं हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय एथलेटिक्स में 100 मीटर दौड़ का खिताब भी अपने नाम किया है। साथ ही उन्होंने टेबल टेनिस और क्रिकेट में भी भगा लिया है।