Viral Video: गणतंत्र दिवस पर भगत सिंह की कहानी से जुड़ा प्ले, असली फांसी से बचे 3 बच्चे!

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Viral Video: गणतंत्र दिवस पर भगत सिंह की कहानी से जुड़ा प्ले, असली फांसी से बचे 3 बच्चे!

 किसी भी नाटक को तब सफल माना जाता है, जब उसमें वास्तविकता की हद तक पहुंचने वाला अभिनय दिखा दिया जाए. ऐसा करने के लिए तरह-तरह के प्रयोग किए जाते हैं. लेकिन कोई प्रयोग यदि इस हद तक पहुंच जाए कि जान ही चली जाए तो उसे वास्तविक अभिनय नहीं सनक कहा जाएगा. ऐसी ही एक सनक का वीडियो सोशल मीडिया पर बेहद तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आप दहल सकते हैं. इस वीडियो में फांसी लगाने की एक्टिंग के दौरान सच में ही कलाकारों को फंदे पर टांग दिया गया. किसी स्कूल फंक्शन का यह वीडियो सोशल मीडिया पर बेहद वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग नाटक आयोजित करने वालों को जमकर कोस रहे हैं.

क्या दिख रहा है वायरल वीडियो में
एक्स (पहले ट्विटर) पर राजस्थान के क्षेत्रीय राजनीतिक दल BAP के मीडिया प्रभारी अश्विनी सोनी ने यह वीडियो अपने हैंडल @Ramraajya से शेयर किया है. वीडियो किसी स्कूल प्ले का है, जो मंच पर पीछे लगे बैनर से गणतंत्र दिवस (Republic Day) यानी 26 जनवरी के दिन आयोजित किया गया महसूस हो रहा है. वीडियो में तीन बच्चों को नाटक के दौरान बंदी के तौर पर फांसी लगाए जाने का सीन दिखाया जा रहा है. इस सीन को रियल बनाने के चक्कर में तीनों बच्चों को असली फंदे पर लटका दिया गया, जिससे उनके पैर हवा में उठ गए और उन्हें सच में फांसी लगने लगी. वीडियो में दिख रहा है कि किसी व्यक्ति की नजर अचानक इस पर पड़ती है और वो दौड़कर बच्चों को फांसी के फंदे से उतारने लगता है, लेकिन कोट पहने हुए एक व्यक्ति उसे फटकारते हुए हटा देता है. कोट पहने व्यक्ति की छाती पर बैज लगा है, जिससे वह आयोजन से जुड़ा हुआ लग रहा है. हालांकि तब तक कोट पहने व्यक्ति को भी अपनी गलती का अहसास हो जाता है और वो दौड़कर एक बच्चे को उठाकर उसका फंदा निकालने की कोशिश करने लगता है. यह देखकर नाटक में अंग्रेजों का रोल निभा रहे बच्चे भी बाकी दोनों बच्चों के गले से फंदा निकालने लगते हैं.’

भगत सिंह की कहानी से जुड़ा हुआ लग रहा है वीडियो
अश्विनी सोनी ने कैप्शन में लिखा,’प्रोग्राम के लिए किसी की जिंदगी को यूं खतरे में डालना गलत है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है. कब की और कहां की घटना इसकी जांच कर इसका संज्ञान लिया जाना आवश्यक है.’ सोशल मीडिया पर जितेंद्र सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति ने यह वीडियो शेयर करते हुए अंदाजा लगाया है कि यह भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की जीवनी का वीडियो है, जो हिंदी में लिखे बैनर के कारण किसी हिंदी भाषी राज्य के स्कूल का महसूस हो रहा है. उन्होंने भी इस तरह बच्चों को फांसी पर लटकाने का अभिनय करने को गलत बताया है. बहुत सारे अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर किया है और आयोजनकर्ताओं की बुराई की है. यह पता नहीं चल पाया है कि यह वीडियो कहां का है और कब का है? क्या यह इसी बार गणतंत्र दिवस के मौके का है या पिछले सालों का कोई वीडियो दोबारा वायरल हो गया है. DNA Hindi वीडियो की सत्यता की कोई पुष्टि नहीं कर रहा है.

सोशल मीडिया पर मिल रहा है जबरदस्त रिएक्शन
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को जबरदस्त रिएक्शन मिल रहा है. सोनी के अपलोड किए वीडियो को एक ही दिन में 8 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं, जबकि 600 से ज्यादा लोगों ने उसे रिशेयर किया है. जितेंद्र सिंह की तरफ से अपलोड वीडियो को भी बुधवार को ही 40 हजार से ज्यादा लोग देख चुके थे और 140 से ज्यादा ने उसे रिशेयर किया है. लोग इस पर जमकर कमेंट कर रहे हैं.