2 Arrested in Scam : 100 करोड़ से ज्यादा के घोटाले में 2 ठेकेदार और 2 कर्मचारियों को पकड़ा! 

घोटाले से जुड़े 3 ठेकेदार फरार, घोटाले की 188 फाइलों की जांच की जा रही!

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2 Arrested in Scam : 100 करोड़ से ज्यादा के घोटाले में 2 ठेकेदार और 2 कर्मचारियों को पकड़ा! 

Indore : एमजी रोड पुलिस ने नगर निगम में हुए बहुचर्चित करोड़ों के घोटाले में चार आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया। रविवार देर रात पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ और निशानदेही के बाद पुलिस ने नगर निगम के दो कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया है। जोन 3 के डीसीपी पंकज पांडे ने बताया कि घटना में शामिल विवेचना के बाद 4 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। 107 करोड़ रुपए के फर्जी बिल घोटाले की 188 फाइलों की जांच-पड़ताल जांच कमेटी द्वारा की जा रही है। दूसरी तरफ इसमें लिप्त 5 में से 2 ठेकेदार पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

पुलिस ने रविवार रात मोहम्मद जाकिर और मोहम्मद साजिद को गिरफ्तार किया और देर रात तक पूछताछ की। यह सिलसिला आज भी जारी रहा। डीसीपी पंकज पांडे का कहना है कि इन आरोपियों ने जो जानकारी या घोटाले में लिप्त अधिकारियों-कर्मचारियों व अन्य के नाम बताए। उसकी पुष्टि की जाएगी। उससे संबंधित साक्ष्य भी जुटा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आई है। आरोपियों ने भी खुद को तो बेकसूर बताया और फर्जी फाइलें निगम में ही बनना बताई। वडेरा को इस घोटाले का मास्टरमाइंड कहा जा रहा है।

एमजी रोड पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए मेसर्स नीव कंस्ट्रक्शन के मालिक मोहम्मद साजिद और मेसर्स किंग कंस्ट्रक्शन के मालिक उनके भाई मोहम्मद जाकिर को आईटी पार्क से गिरफ्तार किया गया। यह जानकारी अतिरिक्त आयुक्त अमित सिंह ने दी। एमजी रोड पुलिस ने रविवार सुबह घोटाले के फरार आरोपियों के आवास और दफ्तर समेत 8 ठिकानों पर छापेमारी की। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और इंदौर नगर निगम के अधिकारियों की एक टीम पहले अपोलो डीबी सिटी मिडटाउन में आरोपी राहुल वडेरा के घर पहुंची और उसके बाद मदीना नगर में तीन घरों पर पहुंची।

एमजी रोड पुलिस थाने के प्रभारी विजय सिसौदिया ने मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपोलो डीबी सिटी में राहुल वडेरा और उनकी पत्नी रेनू के घर पर भी छापा मारा गया। मौके से पासपोर्ट, बैंक पासबुक और घर की रजिस्ट्री, नक्शे के साथ महत्वपूर्ण दस्तावेज, फाइलें और पेनड्राइव जब्त किए गए। मौके से अन्य सामान भी जब्त किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने एक महंगी चार पहिया गाड़ी भी जब्त की है। इसके बाद अधिकारियों ने मदीना नगर स्थित आरोपी के घर पर छापेमारी की।

 

क्या था फर्जीवाड़े का मामला

नगर निगम में सीवरेज समेत कई विभागों में हुए घोटाले से हडकंप मचा है। यहां ड्रेनेज लाइन बिछाने के नाम पर घोटाला किया गया। इस घोटाले में, जहां ड्रेनेज लाइन वास्तव में नहीं बिछाई गई, वहां फर्जी बिल तैयार कर लिए गए और फिर निगम के लेखा विभाग को भेज दिए गए। जब ऑडिट विभाग ने बिल को पास कर दिया, तो सच्चाई सामने आई। अकाउंट विभाग ने जांच करके पता किया कि इन फाइलों के काम के लिए वर्क आर्डर जारी ही नहीं हुए थे। इस पूरे मामले में, नगर निगम ने पांच फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इन्हीं एफआईआर पर एक्शन लेते हुए 2 ठेकेदार गिरफ्तार हुए।