Congressional Team Report : महू में मारे गए आदिवासी युवक के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज, कांग्रेस टीम की रिपोर्ट में खुलासा!

BJP सांसद ने मामले को 9 घंटे तक दबाने की कोशिश की

828
कन्फ्यूज भाजपा कार्यकर्ता और मुद्दे छीनती कांग्रेस...

Congressional Team Report : महू में मारे गए आदिवासी युवक के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज, कांग्रेस टीम की रिपोर्ट में खुलासा!

Bhopal : महू में पुलिस गोलीबारी में आदिवासी युवक की मृत्यु एवं एक आदिवासी युवती की हत्या के मामले में कांग्रेस आदिवासी नेताओं के जांच दल ने अपनी जांच रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को सौंप दी। पूर्व मंत्री और कांग्रेस के जांच दल के सदस्य बाला बच्चन और कांग्रेस विधायकों ने पत्रकारों से चर्चा में घटना स्थल के हालात बताए। कमलनाथ को सौंपी रिपोर्ट की जानकारी भी पत्रकारों को दी गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि शिवराज सरकार का रवैया पूरी तरह आदिवासी विरोधी है। यह भी कहा गया कि स्थानीय भाजपा सांसद के दबाव में 9 घंटे तक मामले को दबाने की कोशिश की गई। कांग्रेस के इस जांच दल में पूर्व मंत्रीद्वय कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, विधायक पांचीलाल मेड़ा और झूमा सोलंकी शामिल थे।

जांच दल ने महू पहुंचकर पुलिस गोलीबारी में मारे गए आदिवासी युवक भेरूलाल के पिता मदनसिंह छारेल एवं मृतक आदिवासी युवती के परिजनों से मुलाकात की। मृतक युवक के परिजनों ने बताया कि आदिवासी युवक भेरूलाल शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहा था। उसे दमन करके उसकी पुलिस गोलीबारी में हत्या कर दी गई। जबकि, मृत युवती के पोस्टमार्टम में पुलिस ने सही तरीका नहीं अपनाया। परिजनों पर राजनीतिक दबाव डालने की कोशिश की गई और मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई।

रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञात हुआ कि विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए आदिवासी युवक भेरूलाल के खिलाफ ही पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया। इसी तरह मृत युवती के परिवार के लोगों के खिलाफ भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।

जांच दल ने कहा कि जो लोग पीड़ित हैं, शिवराज सरकार उन्हीं को अपराधी बता रही है और जो अपराधी हैं, उनको राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है। कमलनाथ जी के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में इस मुद्दे के खिलाफ आदिवासी समुदाय को जागृत करेगी। भाजपा सरकार में लगातार आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं। मप्र पूरे देश में आदिवासी अत्याचार में नंबर वन है।

यह भी कहा गया कि नेमावर में आदिवासी परिवार को जमीन में जिंदा गाड़ दिया जाता है। कहीं आदिवासी युवक को गाड़ी से बांधकर घसीटा जाता है और उसकी हत्या कर दी जाती है। अब पहले आदिवासी युवती की हत्या की जाती है, उसका विरोध प्रदर्शन करने पर आदिवासी युवक की हत्या की जाती है। जो मारे गए हैं उन पर और उनके परिजनों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाता है। भाजपा सरकार में आदिवासी वर्ग सुरक्षित नहीं है। मृतकों के परिजनों को न्याय मिलना चाहिए।