राजस्थान कांग्रेस की दिल्ली में हुई बैठक खत्म
वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
जयपुर। साल समाप्ति के पहले होने वाले पांच राज्यों के चुनाव की रणनीति पर सत्ता पर काबिज कांग्रेस ने गुरुवार को राष्ट्रीय मुख्यालय नईदिल्ली के साथ जयपुर में विशेष मीटिंग की और भावी कार्ययोजना पर मंथन कर रणनीति तय की।
आज की बैठक अहम मानी जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत और सचिन पायलट की चल रही रस्साकशी के बीच उभर कर आया कि वरिष्ठ नेताओं के संयोजन से मिलकर चुनाव लड़ने पर मौटे तौर पर सहमति प्रतीत होती है। आगे टिकट वितरण चुनावों के पहले सितंबर में ही घोषित किये जाने पर पिक्चर स्पष्ट होगी।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली के कांग्रेस कार्यालय में बैठक आयोजत की गई। इस बैठक का लक्ष्य था कि किस तरह राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनाई जाए।
इस बैठक में सीएम अशोक गहलोत वर्चुअल रूप से मौजूद हुए। कांग्रेस ने बैठक के बाद कहा कि पार्टी राज्य में एक जुट होकर चुनाव लड़ेगी।
दिल्ली में आयोजित इस बैठक में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। इस मीटिंग में कोई 29 नेता शामिल हुए। वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत वर्चुअली रूप से मीटिंग में शामिल हुए। इस बैठक में चुनाव तैयार पर चर्चा के अलावा अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच दूरियों को कैसे कम किया जाए इस पर भी चर्चा हुई।
बैठक में तय हुआ कि राजस्थान में कांग्रेस एकजुट होकर लड़ेगी। चर्चा में कहा गया कि राजस्थान में एंटी इनकंबेंसी के असर के खिलाफ एक बार कांग्रेस की सरकार बनेगी।
बैठक में सबसे अहम बात ये रही कि मुख्यमंत्री आशिक गहलोत के घोर विरोधी सचिन पायलट की जिम्मेदारी के बारे में चर्चा नहीं हुई।
बैठक में तय हुआ कि 5 सदस्यीय शीर्ष नेता आगामी मीटिंग में सचिन पायलट की पार्टी में जिम्मेदारी तय करेंगे।
के सी वेणुगोपाल ने आगे बताया कि इस बैठक में सचिन पायलट ने बैठक में अच्छी बात कही, उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस राजस्थान जीतेगी।
गौरतलब है कि इस मीटिंग के बाद सचिन पायलट ने कहा कि हम राजस्थान में मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
वेणुगोपाल ने बताया कि उम्मीदवारों का निर्णय सितंबर के पहले सप्ताह तक किया जाएगा; जीतने की क्षमता के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
भाजपा के अलावा आप पार्टी से मुकाबले पर भी बैठक में विमर्श हुआ।
अगूंठे में लगी चोट से उबर रहे हैं अशोक गहलोत..
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, वेणुगोपाल, राज्य के एआईसीसी प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, राज्य इकाई प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा, पायलट और राजस्थान के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे।
बता दें कि कुछ दिनों पहले सीएम अशोक गहलोत के बाएं पैर के अंगूठे में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो गया था, जिससे फिलहाल वो रिकवरी कर रहे हैं।
इन नेताओं ने बैठक में की शिरकत..
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, वेणुगोपाल, राज्य के एआईसीसी प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, राज्य इकाई प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट और राजस्थान के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत, जो अपने दोनों पैरों की उंगलियों में फ्रैक्चर से उबर रहे हैं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में भाग लिया।
दिन की शुरुआत में बैठक का एक वीडियो पोस्ट करते हुए कांग्रेस संगठन प्रमुख खड़गे ने ट्विटर पर कहा कि सार्वजनिक सेवा, राहत और सभी के उत्थान के साथ, राजस्थान प्रगति के पथ पर है।
मीटिंग से पहले खरगे ने किया ट्वीट..
गौरतलब है कि इस मीटिंग से पहले मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए कहा था, कांग्रेस पार्टी ने समावेशी विकास और जन कल्याण की योजनाओं को राजस्थान के हर घर तक पहुंचाया है। आगामी चुनाव में पार्टी एकजुट होकर जनता के बीच जायेगी।
गहलोत और पायलट की दूरियां बनी पार्टी के लिए सिरदर्द..
बता दें कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जो दूरियाँ हैं, वो जगजाहिर हैं। दोनों नेताओं के बीच कई बार जुबानी जंग भी छिड़ चुकी है।
पिछले महीने अपने पिता राजेश पायलट की बरसी पर एक कार्यक्रम में सचिन पायलट ने कहा था कि लोगों का विश्वास उनके लिए ‘सबसे बड़ी संपत्ति’ है और उन्होंने कहा कि वह उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ते रहेंगे और अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे।
बता दें कि सचिन पायलट ने राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करने और इसके पुनर्गठन के साथ-साथ सरकार से निश्चित कार्रवाई के साथ-साथ नौकरी परीक्षा पेपर लीक के पीड़ितों के लिए मुआवजे की भी मांग की है।
दिलचस्प बात यह है कि रणनीति बैठक से दो दिन पहले, गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राजस्थान सरकार अगले विधानसभा सत्र में भर्ती परीक्षा पेपर लीक में शामिल लोगों की सजा की मात्रा 10 साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास तक करने के लिए एक विधेयक लाएगी। कांग्रेस की कोशिश है कि राजस्थान में सचिन और गहलोत गुट मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ें।
बैठक में प्रदेश के चुनाव और गहलोत-पायलट विवाद को लेकर चर्चा..
बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि सितंबर पहले सप्ताह में इस बार विधानसभा चुनाव के लिए राजस्थान में टिकट फाइनल कर दिए जाएंगे और टिकट वितरण कर दिया जाएगा। इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट घोषित कर दिए जाएंगे।
कांग्रेस संगठन महासचिव वेणुगोपाल ने स्पष्ट किया कि कल ही से चुनाव कैंपेनिंग अभियान के साथ राजस्थान प्रदेश में शुरू कर दी जाएगी। आगामी दिनों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस के तमाम नेता राजस्थान में चुनाव कैंपेन करने आएंगे। सचिन पायलट और अशोक गहलोत समेत तमाम नेता बैठक में जुड़े। राजस्थान के 29 लीडर दिल्ली पहुंचे। सीएम अशोक गहलोत जयपुर से ज़ूम मीटिंग से ऑनलाइन लाइव जुड़े। इसके अलावा राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल मौजूद थे। 33 आमंत्रित वरिष्ठ नेता मीटिंग में शामिल हुए।
राजस्थान के सब नेताओं ने एकजुटता से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। वेणुगोपाल और प्रभारी रंधावा ने स्पष्ट किया अब कोई डिफरेंस पार्टी नेताओं में नहीं है, जो पहले थे। सभी नेता एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेंगे। बाहर पब्लिक में कोई नेगेटिविटी के साथ बात नहीं करेगा। कोई समस्या है तो कांग्रेस पार्टी के अंदर लीडरशिप को बताई जा सकती है।
कांग्रेस पार्टी और राजस्थान कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई भी कांग्रेस नेता एक शब्द भी नहीं बोलेगा। पूरी यूनिटी और पॉजिटिविटी के साथ चुनाव कैंपेनिंग में सभी नेता उतरेंगे। यदि कोई पार्टी या सरकार के खिलाफ पार्टी प्लेटफॉर्म के बाहर पब्लिक डोमेन में बोलता है, तो उसके खिलाफ कठोर अनुशासन की कार्रवाई करते हुए एक्शन लिया जाएगा। वेणुगोपाल ने स्पष्ट किया कि सीएम अशोक गहलोत की सरकार प्रदेश में अच्छा काम कर रही है। सरकार की नीतियों और योजनाओं का फायदा चुनाव में मिलेगा।
राजस्थान में सीएम फेस कौन
मीडिया का सवाल सीएम फेस कौन रहेगा? तो वेणुगोपाल ने इशारा देते हुए कहा कांग्रेस की हिस्ट्री आप जानते हैं। यहां पहले से सीएम फेस घोषित नहीं किया जाता है।
लेकिन प्रदेश में गहलोत सरकार अच्छा काम कर रही है उसी के आधार पर चुनाव लड़ा जाएगा। यह बात वेणुगोपाल ने कहकर स्पष्ट इशारा दे दिया कि गहलोत की चुनावी चेहरा रहेंगे।
केसी वेणुगोपाल ने कहा राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तेलंगाना, मिज़ोरम में चुनाव को लेकर कांग्रेस ने मंथन कर मीटिंग कर ली है।
कर्नाटक की तर्ज पर राजस्थान में भी इस बार जल्दी टिकट वितरित किए जाएंगे।
वेणुगोपाल ने कहा जीत के आधार पर ही टिकट का वितरण किया जाएगा। इसमें किसी तरह का समझौता नहीं होगा। इसके लिए कांग्रेस पार्टी कई तरह के सर्वे करवा रही है। केवल जिताऊ कैंडिडेट को ही टिकट दिया जाएगा।
उन्होंने कहा हम आसानी से बीजेपी को राजस्थान समेत 5 राज्यों में चुनाव हराएंगे।
केसी वेणुगोपाल और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने यह भी स्पष्ट किया कि सचिन पायलट की मांगों पर राजस्थान कांग्रेस सरकार एक्शन ले रही है। आरपीएससी में निष्पक्षता के आधार पर और योग्य लोगों को ही पदों पर लिया जाएगा।
इसके अलावा परीक्षा में पेपर लीक मामले पर राजस्थान विधानसभा के आगामी सत्र में सरकार उम्र कैद तक की सजा का सख्त कानून लेकर आ रही है।
उन्होंने कहा सचिन पायलट भी बैठक में मौजूद रहे। जिन्होंने पॉजिटिव वे में अपनी पूरी बात रखी और एकजुटता से चुनाव लड़ने की बात कही। साथ ही पायलट ने कहा राजस्थान में निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी की जीत होगी।
अब कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व राजस्थान सहित पांच राज्यों के संगठन को गतिशील बनाने पर काम कर रहा है इसके कितने आसार बनेंगे और कार्यकर्ताओं को कितना महत्व स्थानीय और क्षेत्रीय नेताओं द्वारा दिया जायेगा यह महत्वपूर्ण है। राजस्थान राज्य की विशेष संगठन बैठक से यही निकल कर आ रहा है।