Tiger Seen Around Mhow : महू के आसपास बाघ की लोकेशन मिली, किसी गांव में नहीं घुसा!

ग्रामीणों ने भी बाघ को देखा, वन विभाग के कैमरे में भी नजर आया!

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Tiger Seen Around Mhow : महू के आसपास बाघ की लोकेशन मिली, किसी गांव में नहीं घुसा!

 

Indore : महू के आसपास का इलाका पिछले कई दिनों से बाघ से भयभीत है। महू रेंज की बड़गोंदा नर्सरी वाले वन क्षेत्र में बाघ लगातार नजर आ रहा है। मंगलवार को भी फिर बाघ नखेरी नदी, बालाजी मंदिर, बडग़ोंदा नर्सरी के आसपास घूमता नजर आया। ग्रामीणों ने उसे देखा, बल्कि यह कैमरे में भी नजर आया।

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दो महीने से नखेरी नदी, बाला मन्दिर, बडग़ोंदा नर्सरी, मेंडली गांव के आसपास का इलाका इसके घूमने की जगह बना हुआ है। वह इसी इलाके घूम रहा है। मई-जून से लेकर अभी तक महू और मानपुर के लगभग 20-40 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में हर तीसरे-चौथे दिन उसके मूवमेंट की जानकारी और पंजे के निशान मिल रहे हैं।

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मंगलवार को फिर बाघ नखेरी नदी, बालाजी मंदिर, बडग़ोंदा नर्सरी के आसपास घूमता नजर आया। ग्रामीणों ने इसे देखा और वन विभाग के कैमरों में भी नजर आया। रेंजर वैभव उपाध्याय ने बताया कि सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने पहुंचकर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया। इस दौरान बड़ी दूर तक पंजे के निशान पाए, जिसका मिलान करने पर बाघ के पंजों के निशान पाए गए। इसके बाद आसपास के गांव में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है, साथ ही गांववालों को बाघ की मौजूदगी से सावधान किया गया है।
बाघ की लोकेशन मिलने पर भी उसे पकड़ न पाने के बारे में महू के रेंजर उपाध्याय का कहना है कि हमारा काम या मकसद किसी वन्यजीव को पकडऩा नहीं है, क्योंकि जंगल तो उनका घर है। मगर जब वो रहवासी बस्तियों या गांव के आसपास या गांव में घुस आते हैं तो हमारी टीम उन्हें पकडक़र वापस जंगल में ही छोड़ देती है। हमारे विभाग के सर्च ऑपरेशन का उद्देश्य वन्यजीवों, मतलब बाघ, तेन्दुआ को रहवासी इलाकों में घुसने से रोकने के अलावा शिकारियों से बाघ व तेन्दुओं को और वन्यप्राणियों से गांव में रहने वालों को बचाना होता है।