Narmada Water Contaminated : शहर को मिल रहा 37.5% नर्मदा का पानी दूषित!
Indore : शहर में कई जगह नर्मदा के पानी को ड्रेनेज का गंदा पानी प्रदूषित कर रहा है। शहर की दो मान्यता प्राप्त लैब में पिछले 10 दिनों में करीब 40 सैंपल की जांच में 15 में बैक्टीरिया मिला। अनुमान के मुताबिक शहर का 37.5% पानी दूषित है। एक्सपर्ट का कहना है कि शहर के लोग इस मामले में कम जागरूक नहीं है और यही जल जनित बीमारियों का कारण बन रहा है।
आए दिन पानी की लाइन लीकेज हो रही है और नर्मदा का गंदा पानी सीधे लोगों के घर तक पहुंच रहा है। बारिश में यही गंदा पानी लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि समय-समय पर अपने पानी की जांच कर शुद्धता के आवश्यक उपाय करना चाहिए। वाटर हार्वेस्टिंग में फिल्टर लगा होता है। उसकी सफाई नहीं होने पर गंदा पानी जमीन में जाकर बोरिंग से बाहर आता है।
इसी तरह बोरिंग का केसिंग पाइप भी कमजोर हो जाता है। बोरिंग करवाते वक्त क्वालिटी पर ध्यान नहीं देने से ऐसा होता है। शहर में 10 लैब में पानी की जांच होती है। बोरिंग, नल और फिल्टर पानी की शुद्धता जांचने के लिए मशीन का उपयोग होता है। टीडीएस और बैक्टीरिया जांच के लिए अलग-अलग समय लगता है। आधा लीटर पानी का सैंपल लिया जाता है। 3 से 7 दिन में रिपोर्ट आ जाती है।
गंदे पानी की आए दिन कई क्षेत्रों से शिकायत आती रहती है। इसका सबसे बड़ा कारण पानी की लाइन लीकेज होना है। इन लीकेज से ड्रेनेज और बारिश का गंदा पानी साफ पानी में मिलता है। लिहाजा लोगों के घरों में गंदा पानी आता है। नगर निगम इस स्थिति में सुधार नहीं कर पा रही, क्योंकि आए दिन लाइनों में लीकेज होता रहता है। ऐसे पानी मे रोग जनित बैक्टीरिया होते हैं। ये वैसे ही फंगस होते हैं जो भोजन को भी खराब करते हैं।