छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
●सांप के काटने से महिला की मौत झाड़-फूंक के चक्कर में लगे रहे परिजन देर से पहुंचे अस्पताल, अब पछता रहे, कहा गलती कर दी..
छतरपुर: छतरपुर में सांप के काटने से एक महिला की मौत का मामला सामने आया है जहां परिजनों की लापरवाही ने महिला की जान ले ली है। परिजन पहले तो झाड़-फूंक के चक्कर में लगे रहे जब आराम नहीं मिला तो अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।
●छोटे मटके में बैठा था सांप काटने से हुई मौत..
जानकारी के मुताबिक मामला छतरपुर शहर सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम रामनगर का है जहां की रहने वाली 48 वर्षीय पार्वती रावत पति चतुर्भुज रावत अपने घर रसोई में चूल्हा-चौके का काम कर रहीं थीं इसी दौरान उन्होंने एक पुराने मिट्टी के डबले (मटके का छोटा रूप) में जैसे ही हाथ डाला जिसमें कि पहले से जहरीला सांप बैठा हुआ था उसने काट लिया जिससे वह तिलमिला उठीं और घरवालों को आवाज दी तो परिजन रसोई की तरफ़ भागे जहां पर सांप डबले निकलता हुआ दिखाई दिया और भाग गया।
●सांप ने हाथ में काटा बहाने लगा खून..
महिला को काटने वाला सांप इतना बड़ा और भयानक था कि उसके काटने से महिला के हाथ की उंगलियां कट गेन और उनसे भयानक खून बहने लगा परिजन बहते खून में ही (ताकि जख्म से खून बहने से जहर निकल जाये) उसे अन्य गांव में झाड़-फूंक और देशी ईलाज़ के लिए ले गए।
●झाड़-फूंक में लगे रहे परिजन चली गई जान..
महिला को काटने के बाद सांप तो भाग गया पर परिजन सीधे अस्पताल नहीं भागे और झाड़-फूंक के चक्कर में आस-पास के गांव में भटकते रहे और झाड़-फूंक कराते रहे। झाड़-फूंक में समय बर्बाद करने और आराम न मिलने के बाद फिर अस्पताल लेकर आये लेकिन तब तक बहुत देर हो चूकी थी। अस्पताल पहुंचने पर हॉस्पिटल स्टाफ और डॉक्टर ने चेकअप किया तो महिला की मौत हो चुकी थी।
●बेटे ने कहा बहुत बड़ी गलती हो गई..
मृतका के बेटे 24 साल के नीरज रावत से बात की तो उसने बताया कि हम लोग झाड़-फूंक के चक्कर में लगे रहे जिससे अस्पताल आने में लेट हो गये लेट हो गए अगर समय रहते अस्प्ताल ले आते तो शायद माँ बच सकती थी। झाड़-फूंक के चक्कर में समय बर्बाद किया और मेरी मां की जान चली गई। बहुत बड़ी गलती हो गई।
*बाईट- नीरज रावत (मृतका का बेटा)*