Counting of Votes: MP के सभी 52 जिलों में मतगणना की तैयारियां पूरी, जानिए सबसे पहले और सबसे देर में किसके आयेंगे परिणाम

परिणाम हर दो घंटे में देख सकेंगे मतदाता, नेता

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Counting of Votes: MP के सभी 52 जिलों में मतगणना की तैयारियां पूरी, जानिए सबसे पहले और सबसे देर में किसके आयेंगे परिणाम

भोपाल: मध्यप्रदेश के सभी 52 जिलों में तीन दिसंबर को विधानसभा चुनाव में डाले गए मतों की गणना की तैयारियां पूरी हो चुकी है। हर विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से 14 टेबल मतगणना के लिए लगाई जाएंगी। मध्यप्रदेश की अटेर विधानसभा सीट पर सर्वाधिक 38 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है इसलिए यहां के नतीजे सबसे देरे से आएंगे। सेंधवा, पानसेमल, गंधवानी जैसी कई विधानसभाओं के नतीजे सबसे पहले आ जाएंगे। पर्याप्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच मतगणना होगी।
विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों की संख्या, मतदाताओं की संख्या, मतदान केन्द्रों की संख्या के हिसाब से मतगणना के परिणाम आएंगे। अटेर विधानसभा सीट पर 38 प्रत्याशी मैदान में है और यहां 22 चरणों में मतगणना होगी। ग्वालियर में 19, भिंड में 21, ग्वालियर ग्रामीण में 20, दमोह में 19, सतना में 28 प्रत्याशी मैदान में है। यहां मतगणना के राउंड भी 20 से 23 होंगे इसके चलते इन विधानसभाओं के नतीजे आने में भी देरी होगी।

सेंधवा का नतीजा सबसे पहले आएगा।पानसेमल, गंधवानी और कुरवाई में चार-चार तथा अनूपपुर, निवास, खिलचीपुर, सारंगपुर, धरमपुरी, तारना में पांच पांच प्रत्याशी मैदान में है। इन विधानसभाओं में लगभग बीस चरणों में मतगणना होगी लेकिन प्रत्याशियों की संख्या कम होंने के कारण यहां के नतीजे जल्द आ जाएंगे।

डाक मतपत्रों की गिनती पहले होगी शुरु-
प्रदेशभर में तीन दिसंबर को सबसे पहले सुबह आठ बजे से डाक मतपत्रों की गिनती शुरु होगी। इसके आधा घंटे बाद सुबह साढ़े आठ बजे से ईवीएम में डले मतों की गिनती शुरु होगी। ईवीएम के मतों की गिनती जल्दी पूरी हो जाएगी। लेकिन डाक मतपत्रों की गणना पूरी होंने तक विजयी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की जाएगी। जितने प्रत्याशी है उनके हिसाब से हर बार कंट्रोल यूनिट का बटन दबा कर गिनती की जाएगी। एक बटन नोटा का दबा कर नोटा के वोटों की गिनती की जाएगी। हर मतगणना टेबल पर एक माइक्रोआर्ब्जवर और तीन कर्मचारी रहेंगे। इसके अलावा पुलिस कर्मी भी पर्याप्त संख्या में मौजूद रहेंगे। सीसीटीवी से ईवीएम स्ट्रांग रुम से निकालने से लेकर गिनती तक की निगरानी की व्यवस्था रहेगी।

जहां विवाद वहां वीवीपेट की पर्चियों की होगी गिनती-
जिन मतगणना केन्द्रों पर ईवीएम के मतों की गिनती में किसी तरह के विवाद की स्थिति बनेगी वहां वीपीपेट की पर्चियों की गिनती के बाद अंतिम रुप से परिणाम घोषित होंगे। ईवीएम की मतगणना सही है या नहीं इसके लिए मतगणना खत्म होने के बाद रेंडम आधार पर उस विभानसभा की पांच वीवीपेट का रेंडम आधार पर चयन कर उसमें डली मतपर्चियों और ईवीएम में डले मतों को क्रासचेक भी किया जाएगा।

मतगणना स्थल पर मोबाइल नहीं ले जा पाएंगे-
मतगणना स्थल पर प्रवेशपत्र के आधार पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को काउंटिंग टेबलों पर नजर रखने के लिए प्रवेश दिया जाएगा। मतगणना टेबलों पर केवल डयूटी पर लगाए गए कर्मचारी ही रह सकेंगे। मीडिया कर्मियों को हर चरण की गिनती पूरी होंने के बाद परिणाम घोषित कर बताए जाएंगे। वहीं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की वेबसाइट पर हर दो घंटे में मतगणना के नतीजों को अपडेट किया जाएगा जहां से मतदाता और नेता इसे देख सकेंगे।