कांग्रेस के सामने अपने लोगों को जोड़कर रखना हो गया चैलेंज,अभी तक 5 हजार 800 छोड़ चुके कांग्रेस!

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कांग्रेस के सामने अपने लोगों को जोड़कर रखना हो गया चैलेंज,अभी तक 5 हजार 800 छोड़ चुके कांग्रेस!

भोपाल: प्रदेश कांग्रेस में इस समय भगदड़ मची हुई है। आए दिन कोई न कोई नेता भाजपा में शामिल हो रहा है। इन हालातों में कांग्रेस के सामने अपने लोगों को अपने से जोड़कर रखना चैलेंज हो गया है। भाजपा ने रणनीतिक तरीके से प्रदेश में इसके लिए ज्वाइनिंग टोली का गठन किया। मध्य प्रदेश देश में एक मात्र राज्य हैं, जहां पर रणनीति के तहत कांग्रेस के नेताओं को भाजपा में लाने के लिए टोली बनाई गई है। जो बैठकर कांग्रेस के उन नेताओं की स्क्रीनिंग करती है, जो भाजपा को ज्वाइन करना चाहते हैं। कांग्रेस के नेताओं और अन्य पार्टियों के नेताओं के गुणदोष के आधार पर भाजपा अपने दल में शामिल कर रही है।

नरोत्तम मिश्रा की ज्वाइनिंग टोली लगातार कांग्रेस के झटका दे रही, प्रदेश में अब तक 5 हजार 800 लोग कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। इसमें सुरेश पचौरी जैसा बढ़ा नाम शामिल हैं। वहीं पूर्व सांसद विधायक गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी को पार्टी में शामिल कर भाजपा ने धार में कांग्रेस को जोर का न सिर्फ झटका दिया है, बल्कि आदिवासियों में भी कांग्रेस की पैठ में सेंध लगा दी है। पूर्व विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल को शामिल कर उन्होंने इंदौर जैसे शहर में कांग्रेस को न सिर्फ कमजोर किया, बल्कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के गृह जिले को ही कमजोर कर दिया। वहीं सागर जिले के कद्दावर कांग्रेस नेताओं में शुमार रहे अरुणोदय चौबे , शिवदयाल बागरी गुन्नौर से विधायक रहे।

जबलपुर के महापौर जगत बहादुर अन्नू, डिंडौरी में जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश परस्ते, उपाध्यक्ष अंजू जितेंद्र ब्यौहार, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य हीरा रूदेश परस्ते ने भाजपा की सदस्यता ली है। नगर परिषद के पार्षद रजनीश राय, रितेश जैन, राजेश पाराशर, रूपाली जैन भी भाजपा में आए हैं। विदिशा जिले से पूर्व विधायक डॉ. मेहताब सिंह यादव, उनकी पुत्रबधु ज्योत्सना यादव, विदिशा जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश कटारे