Love Affairs: महिला ASI और आरक्षक ड्यूटी से लापता, भागकर रचाई शादी, दोनों सस्पेंड 

2328

Love Affairs: महिला ASI और आरक्षक ड्यूटी से लापता, भागकर रचाई शादी, दोनों सस्पेंड 

ग्वालियर: ग्वालियर के IG ऑफिस में पदस्थ महिला ASI निशा जैन और सिपाही अखंड प्रताप सिंह यादव साथ में लापता हो गए। दोनों मतदान के अगले दिन ड्यूटी पर जाने का कहकर घर से निकले थे, लेकिन न तो आफिस पहुंचे और न ही वापस घर।महिला ASI के परिजनों ने कंपू थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करा दी।

इसी बीच महिला ASI के परिजन IG अरविंद सक्सेना के पास पहुंचे और बताया कि उनकी बेटी और आरक्षक के बीच प्रेम प्रसंग था। दोनों शादी करना चाहते थे। आरक्षक दूसरी जाति का है, इसलिए शादी नहीं कराना चाह रहे थे। ऐसे में बिना बताए ड्यूटी से गैर हाजिर रहने पर IG ने दोनों को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया है।

दरअसल ग्वालियर जोन के आईजी आफिस में पांच साल से महिला ASI (मिनिस्ट्रियल) निशा जैन और सिपाही अखंड प्रताप सिंह यादव पदस्थ हैं। सात मई को मतगणना में इनकी ड्यूटी लगी थी। मतगणना में पेट्रोलिंग के लिए इनकी ड्यूटी लगाई गई थी।सात को मतदान संपन्न होने के बाद यह लोग घर पहुंचे। अगले दिन ड्यूटी के लिए निकले, लेकिन ड्यूटी नहीं पहुंचे। रात तक घर भी नहीं पहुंचे। दोनों का मोबाइल भी बंद आ रहा था। आईजी कार्यालय से भी लगातार दोनों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।इसके चलते आइजी अरविंद सक्सेना ने दोनों को निलंबित कर दिया।

महिला ASI के परिजन भी आईजी ऑफिस पहुंच गए। यहां आइजी अरविंद सक्‍सेना से मिलकर उन्होंने बेटी को ढूंढने की गुहार लगाई।महिला एएसआई कंपू इलाके में रहती है, इसके चलते परिजनों ने कंपू थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई है।

महिला ASI के परिजनों ने आइजी को बताया कि निशा और अखंड दोनों शादी करना चाहते थे। स्‍वजन अलग जाति होने की वजह से शादी के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए साथ चले गए। अब पुलिस तक सूचना पहुंची है कि दोनों ने शादी कर ली है।

दोनों के दिल्ली में होने की खबर भी पुलिस अधिकारियों काे मिली है। 

ग्वालियर IG अरविंद सक्सेना का कहना है कि दोनों ने दिल्ली में आर्य समाज से शादी कर ली है। लेकिन अगर उन्हें शादी करना थी तो उनके समक्ष आकर पेश हो सकते थे, उन्हें जानकारी दे सकते थे। वह उनकी और उनके परिजनों की काउंसलिंग करा देते। वयस्क व्यक्ति को अपनी मर्जी से जीवनसाथी को चुनने का अधिकार है, लेकिन ड्यूटी से गैरहाजिर नहीं रहना था।