Barabanki (UP) : 12 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने वाले एक चेयरमैन के घोटाले की फाइल दबाने के आरोप में चार IAS पर कार्रवाई की तलवार लटक गई। इन पर घोटाले के आरोपी का मामला दबाने का आरोप है। इन अफसरों की पैरवी में नियुक्ति विभाग के एक अफसर भी घेरे में आ गए। इन्होंने लोक आयुक्त पर ही सवाल उठा दिए थे। अब ACS (Home) अवनीश अवस्थी ने नियुक्ति विभाग, अपर मुख्य सचिव नगर विकास विभाग को पत्र लिखकर सभी पर कार्रवाई करने के लिए कहा है।
पूरा मामला रामनगर नगर पंचायत तत्कालीन चेयरमैन रामशरण पाठक से जुड़ा है। श्रवण कुमार शुक्ला नाम के एक व्यक्ति ने तत्कालीन चैयरमैन रामशरण पाठक के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति की शिकायत लोक आयुक्त से गई थी। इसके बाद बाराबंकी के रामनगर चेयरमैन की जांच 2016 में शुरू की गई थी।
शिकायत में करीब 12 करोड़ की जमीन और रुपये कमाने का आरोप था। 2016 से कई बार इस जांच में आख्या रिपोर्ट मांगी गई, लेकिन तत्कालीन DM अखिलेश तिवारी, उदय भानु त्रिपाठी और वर्तमान DM डॉ आदर्श सिंह और मंडलायुक्त ने उपलब्ध नहीं कराई। लोकायुक्त के आदेश पर इन अफसरों की जांच विजिलेंस से कराई गई। इसमें दोषी पाए जाने के बाद इन पर कार्रवाई के लिए नियुक्ति विभाग को पत्र लिखा गया. लोक आयुक्त ने IAS की डिटेल मांगी, जिसके बाद इस मामले में लोकायुक्त ने इन अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार को संरक्षण देने को लेकर कार्रवाई करने के आदेश जारी दिए।
इन अफसरों की इस मिलीभगत में लोकायुक्त की कार्रवाई के आदेश भी दबा दिए गए, जिस पर 3 महीने बाद लोकायुक्त ने नाराजगी जताई। तत्कालीन DM बाराबंकी IAS अखिलेश तिवारी, उदयभानु त्रिपाठी और डॉ आदर्श सिंह के नाम इस मामले में उजागर हुए हैं। इसके बाद अब ACS (Home) अवनीश अवस्थी ने नियुक्ति विभाग, अपर मुख्य सचिव नगर विकास विभाग को पत्र लिखकर सभी पर कार्रवाई करने के लिए कहा है।