राजस्थान रत्नाकर ने लगाया दिल्ली का सबसे बड़ा दिवाली मेला

राजस्थान रत्नाकर ने लगाया दिल्ली का सबसे बड़ा दिवाली मेला

मीडियावाला के नेशनल हेड गोपेन्द्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवासी राजस्थानियों की सबसे बड़ी संस्था राजस्थान रत्नाकर ने नई दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन, टीवी टावर और दिल्ली हॉट के पास स्थित मैदान में दिल्ली का सबसे बड़ा दिवाली मंगल मिलन मेला लगाया। मेला के प्रथम दिन चाँदनी चौक दिल्ली के सांसद प्रवीण खण्डेलवाल और राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष एम वैंकटेशन के साथ ही दिल्ली पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मेला का अवलोकन किया।

राजस्थान रत्नाकर के चेयरमैन राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि इस दो दिवसीय वार्षिक दिवाली मिलन मेला में संस्था के स्वर्णिम 50 वर्षों के उपलक्ष्य में इस बार इसमें विशेष आकर्षणों को शामिल किया गया है। मेले में अयोद्धा के राम लला की प्रतिमा दर्शकों को आकर्षित कर रही है। इसके साथ ही वृन्दावन के बांके बिहारी जी तथा सालासर हनुमान जी, रानी सती माता और अन्य देवी देवताओं की सुंदर झाकियां भी दर्शकों के आकर्षण का केन्द्र रही।

उन्होंने बताया कि राजस्थान रत्नाकर का दिवाली मेला दिल्ली का सबसे बड़ा और धूल गर्दा रहित सबसे स्वच्छ मेला है। मेला को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भावना के अनुरूप स्वच्छ और पर्यावरणीय अनुकूल भी बनाया गया है। मेला में धुआं पैदा करने वाले आइटम्स और पटाखें आदि वर्जित रखे गये है तथा पूरे मैदान को वॉल टू वॉल कार्पेट लगा कर स्वच्छ और सुन्दर सजावट से सुसज्जित किया गया है।मेले के भव्य प्रवेश द्वार पर फूलों से आकर्षक रंगोली भी बनाई गई है।

संस्था के प्रधान शंकर जयपुरिया ने बताया कि सुन्दर साज सज्जा और रंग बिरंगी रोशनी से सुसज्जित इस भव्य मेला में करीब 250 स्टॉल लगाई गई है। इसके अलावा राजस्थानी और राजधानी दिल्ली के स्वादिष्ट व्यंजनों की स्टाल्स भी लोगो को अपनी और लुभा रहें है।

संस्था के महामंत्री सुमित गुप्ता ने बताया कि चेयरमैन राजेन्द्र गुप्ता, पूर्व प्रधानों राम अवतार शाह, अशोक डालमिया एवं पुष्पेन्द्र सराफ और निवर्तमान प्रधान रमेश कानोडिया, संस्थापक सदस्यों ओ पी बागला और रमेश जैन, संस्था के कोषाध्यक्ष प्रवीण जालान पिंकी तथा अन्य पदाधिकारियों ललित पोद्दार, अरविन्द गुप्ता, मुकेश गुप्ता और अमित गोयल विभिन्न समितियों के संयोजकों के बेहतर समन्वय से मेला देर रात अपने चरम पर रहा।

मेला में हरिवंश और साथियों के सुंदर सांस्कृतिक स्टेज कार्यक्रमों के साथ ही महिलाओं, युवाओं और बच्चों के लिए कई आकर्षक शामिल हैं।