ब्लेकमेलिंग काण्ड में अब पुलिस से भागते फिर रहे हैं रतलाम-बडावदा-जावरा-और नागदा के नामजद व्यापारी, 1.5 माह बाद भी मामला अधर में

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रमेश सोनी की रिपोर्ट

Jaora: रतलाम जिले के चर्चित ब्लेकमेलिंग काण्ड में अब परत दर परत राज खुलती जा रही है। मामले में डेढ़ माह से अधिक समय बीत जाने पर आशाजनक परिणाम नहीं मिल पा रहें हैं। पुलिस रिमांड लेने पर आरोपी निशित के अनुसार उसने पुलिस को 8-10 व्यापारियों के नाम बताए हैं, जिसमें पुलिस की माने तो यह व्यापारी इतना सोना नहीं लेने की बात कह रहे हैं। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि निशित के द्वारा युवती से लिया 3 किलो सोना जमीन निगल गई या आसमान खा गया।

अय्याशी और मोहब्बत के खेल में बर्बाद हुए एक परिवार और मुफलिसी से फलक पर जाकर जेल की चारदीवारी में रात बिताने वाले निशित की कहानी में अभी कई मामलों में पुलिस के हाथ खाली हैं।जिले भर के लोगों के लिए दिलचस्प बहुप्रतीक्षित मामला मोड़ पर मोड़ ले रहा है।

निशित ने जेल जाने से पहले लिए गए रिमांड अवधि में यह कबूल किया था कि मैंने फलां फलां व्यवसायी को आभूषणों को गिरवी रखकर रुपए उठाए है। इस मामले में पुलिस के सामने एक नया मोड़ आ गया रतलाम के व्यापारी को लेने जावरा पुलिस पहुँची तो वहां सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पुलिस को उल्टे पांव लौटा दिया।

इसी बात को लेकर पुलिस ने एक व्यापारी के गिरेबान पर हाथ रखा तो उसने भी अपनी फड़फड़ाहट में साथियों का सहयोग लेकर पुलिस को लौटा दिया।

निशित की बहन की बात करें तो वह भी अपने भाई के द्वारा किए गए काले कारनामों में बराबर की हिस्सेदार रहीं है।पुलिस के हाथ उसकी गिरफ्तारी को लेकर भी खाली है। इन सब बातों को लेकर अब पुलिस ने न्यायालय का सहारा लिया है। न्यायालय से निशित की बहन और दो व्यापारियों का गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका हैं। अब देखते हैं पुलिस कब तक इन आरोपियों को अपनी गिरफ्त में लेकर मामले से जुड़े पहलुओं से पर्दा उठाती है।

जावरा पुलिस ने नगर के बहुचर्चित मामले में सह आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर न्यायालय में अर्जी दाखिल की थी जिस पर न्यायालय ने ज्वेलरी गिरवी रखने वाले तीन व्यापारियों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। आज सुबह बड़ावदा में जहां लोग अपने प्रतिष्ठान को खोलने की तैयारी कर रहे थे कि जावरा पुलिस की आहट ने नगर में हड़कंप मचा दिया। इसी तरह नागदा और रतलाम के व्यापारी को घेरने के लिए पुलिस ने बांहे कस ली है।उधर आरोपी निशित की बहन की बात करें तो उसका भी गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है। पुलिस टीम उसकी गिरफ्तारी को लेकर जुट चुकी है।

आरोपों से बचने के लिए घबराएं आरोपियों के रिश्तेदार न्यायालय में चक्कर लगाते दिखाईं दे रहे हैं।उनका मानना है कि अग्रिम जमानत लेकर पुलिस के कड़े रुख से बचा जा सकता है।

बता दें कि पुलिस को इस बड़े मामले में करोड़ों रुपए और दो किलो से अधिक सोने चांदी को लेकर कुछ आशाजनक हाथ नहीं लगे हैं।