Scindia Likely To Be CM Of MP In Days To Come: सिंधिया होंगे अगले मुख्यमंत्री, जैन मुनि ने क्यों ये बात कही

'सिंधिया परिवार ने हमेशा धर्म के प्रति आस्था जताई'

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Gwalior : जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आने वाले दिनों में प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। जैन मुनि ने तो इसके कारण भी गिना दिए कि वे क्यों मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

सिंधिया जिस तरह से आम लोगों की सेवा कर रहे हैं, एवं समूचे प्रदेश के विकास के लिए चिंतित रहते हैं, उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश की कमान संभालेंगे। वे मुख्यमंत्री बनेंगे।

ग्वालियर के फूल बाग स्थित अयोध्या नगरी में जैन पंचकल्याणक महोत्सव में उन्होंने ये उदगार व्यक्त किए। इसका मकसद है विश्व शांति और अहिंसा का पाठ पढ़ाना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को पंचकल्याणक महोत्सव में शिरकत की। फूलबाग मैदान पर उन्होंने जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज के साथ-साथ मुनि विजयेश सागर महाराज और विनिबोध सागर महाराज का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि सिंधिया परिवार ने हमेशा ही धर्म के प्रति अपनी आस्था जताई है। जनसेवा को अपना माध्यम बनाया है।

*क्यों बनना चाहिए सिंधिया को मुख्यमंत्री*

मुनि विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि युद्ध कोई भी हो, चाहे महाभारत का हो या राजनीति का हो या युद्ध धर्म का हो, जीतने के लिए तीन चीजें जरूरी होती है। पहला गुण धर्म है, जो महाराज (सिंधिया) में साफ झलकता है। जब भी मौका मिलता है, वे दर्शन करने आते हैं। दूसरा गुण होता है साहस। वे यह गुण अपने कार्यों से दिखा चुके हैं। तीसरा गुण होता है धैर्य, जो उनके बारे में समझाने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि वे फास्ट मूवर हैं। नए-नए प्रयास करते हैं कि कैसे भी लोगों को, प्रदेश को आगे ले जाया जा सके। इसकी कोशिश करते हैं। लोग चर्चा करते हैं कि हमारे सिंधिया जी यहां के CM के रूप में दिख सकते हैं। पब्लिक की सेवा करना और MP को चमकाना, उनका लक्ष्य है। MP अन्य राज्यों से पीछे है और काफी आगे लेकर जाना है। यह काम महाराज ही कर सकते हैं

*मैं खुद को जैन समाज का मानता हूं*

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने इस अवसर पर कहा कि वे भले ही जैन परिवार में नहीं जन्मे हैं, लेकिन वे अपने आप को जैन परिवार का सदस्य ही मानते हैं। जैन समाज ने विश्व को शांति और अहिंसा का मार्ग बताया है, जिस पर मौजूदा दौर में पूरी दुनिया को अनुसरण करने की जरूरत है। सिंधिया के साथ ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर, जैव विविधता मंत्री भारत सिंह कुशवाह एवं अन्य कार्यकर्ता व जैन समाज के पदाधिकारी मौजूद थे।