Women Empowerment: Kerala के 14 में से 9 जिलों की कलेक्टर महिलाएं

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देश में कई उच्च पदों पर महिलाओं की अहमियत बढ़ने लगी है। हाल ही में दिल्ली, तमिलनाडु के बाद केरल ऐसे राज्य के रूप में उभरकर सामने आया है, जहाँ के 14 में से 9 जिलों में कलेक्टर पदों पर महिला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हाल ही में तमिलनाडु सरकार ने 11 महिला अफसरों को जिला कलेक्टर के तौर पर नियुक्ति दी थी। अनुपात के हिसाब से कलेक्टर पदों पर महिलाओं का ये सबसे अधिक रिप्रजेंटेशन है।

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सभी महिला अधिकारी काफी एक्टिव हैं और बड़ी आसानी से जिलों को संभाल रही हैं। इनकी कुशलता को देखते हुए ही इन महिला अफसरों की नियुक्ति की गई।

तिरुवनंतपुरम और इसके पड़ोसी जिलों कोल्लम और पठानमथिट्टा का प्रशासनिक नियंत्रण महिला कलेक्टरों के हाथ में है। कोट्टायम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, वायनाड और कासरगोड जिले की कमान भी महिला कलेक्टर को जिम्मेदारी दी गई। केरल में शीर्ष स्तर के प्रशासनिक पदों पर महिलाओं की उपस्थिति समाज में महिलाओं के अनुकूल माहौल तैयार करने में मददगार बनेगी, ये तय है।

सोशल मीडिया पर भी लोग केरल में महिला जिला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपे जाने की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं।

दिल्ली में 6 पुलिस उपायुक्त

पहली बार दिल्ली में 15 जिलों में से 6 पर पुलिस उपायुक्त के रूप में महिला अधिकारी जिम्मेदारी संभाल रही हैं। अब तक तीन महिला डीसीपी थीं। दिल्‍ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने तीन और महिला अधिकारियों की नियुक्ति की मंजूरी दी। अब दिल्‍ली के 6 जिलों में पुलिस उपायुक्त के रूप में महिला अधिकारी दिखेंगी।

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सिविल सर्विस में 216 महिलाएं

सिविल सर्विसेज एग्जाम 2020 में एग्जाम पास करने वालों में 545 पुरुष और 216 महिलाएं शामिल हैं। इस बार सभी सफल कैंडिडेट में से 28.3 फीसदी महिलाएं हैं। 2019 की तरह ही 2020 में टॉप 25 में 12 महिलाएं हैं। इस बार टॉप 10 में भी 5 महिला उम्मीदवार हैं, जिन्होंने परीक्षा पास की है।

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इस साल सिविल सर्विसेज में कामयाब होने वाली महिलाओं का प्रतिशत पिछले तीन वर्षों की तुलना में बेहतर है। 2017 में 24.2%, 2018 में 23.9% और 2019 में 23.7% महिलाओं ने UPSC Exam क्लियर किया है। इस बार टॉप 10 में भी 5 महिला उम्मीदवार हैं। सिविल सर्विसेज में इस बार कामयाब होने वाली महिलाओं का प्रतिशत पिछले तीन वर्षों की तुलना में काफी अच्छा है।