Rajasthan Crisis : देर रात तक गहलोत के उत्तराधिकारी के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं!
Jaipur : राजस्थान के CM अशोक गहलोत के बाद AICC अध्यक्ष बनने के बाद राज्य का CM कौन होगा, इस मसले पर राजस्थान विधायक दल में बवाल हो गया। संभावित CM सचिन पायलट को लेकर गहलोत समर्थक ज्यादातर विधायकों ने विद्रोह जैसा कर दिया। रविवार को इस मसले पर कांग्रेस विधायक दल की जो बैठक शाम 7 बजे मुख्यमंत्री निवास में होनी थी, वह नहीं हुई। गहलोत समर्थक विधायक दल तब तक ऐसी कोई बैठक नहीं चाहते, जब तक कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव न हो जाए जो 19 अक्टूबर को है।
इस बीच, पार्टी पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे तथा अजय माकन को सोनिया गांधी ने निर्देश दिया कि वे एक-एक विधायक से मिलें और बात करें। उम्मीद की जा रही है कि यह मुलाकात आज हो सकती है। इस स्थिति से मुख्यमंत्री और सचिन पायलट के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष गहराने का संकेत मिल रहा है। गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे, इसलिए उनका उत्तराधिकारी चुने जाने की चर्चा है और सचिन पायलेट को संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है।
बैठक से पहले ही अशोक गहलोत के ख़ास माने जाने वाले विधायक संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर इकट्ठा होने लगे थे। यहां से वे रात लगभग साढ़े 8 बजे विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी के आवास पहुंचे और आधी रात तक वहीं रहे। इस कारण बैठक नहीं हुई। इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्य विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने रविवार देर रात कहा कि हमने इस्तीफे दे दिए हैं। आगे क्या करना है इसका फैसला अब विधानसभा अध्यक्ष करेंगे।
आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने मीडिया से कहा कि हम अभी अपना इस्तीफा देकर आए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 100 विधायकों ने इस्तीफा दिया है। सीपी जोशी के निवास से निकलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सब कुछ ठीक है! जयपुर में यह सारा घटनाक्रम कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में गहलोत का उत्तराधिकारी चुनने की संभावनाओं के बीच हुआ।
इस घटनाक्रम से पहले CM अशोक गहलोत उस होटल भी गए, जहां दिल्ली से आए पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे तथा अजय माकन रुके थे। वहां इन नेताओं के बीच लंबी बैठक हुई। सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री निवास पहुंचे कुछ और विधायक प्रस्तावित बैठक में भाग लेने पहुंचे, लेकिन यह बैठक अंतत: नहीं हुई। राज्य की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं, पार्टी को निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है।
बीजेपी का अलग नजरिया
राजस्थान में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने रविवार रात कहा कि राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात राष्ट्रपति शासन की और इशारा कर रही है। उधर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने ट्वीट किया ‘बाड़ेबंदी की सरकार … एक बार फिर बाड़े में जाने को तैयार!’