Itarasi News: निजी आधुनिक स्कूल की तरह बन रहा इटारसी का CM राइज स्कूल

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Itarasi News: निजी आधुनिक स्कूल की तरह बन रहा इटारसी का CM राइज स्कूल

चंद्रकांत अग्रवाल की खास रिपोर्ट

इटारसी।सरकारी स्कूलोंं को महंगे प्राइवेट स्कूलों से कमतर आंकने वाले पालकों की सोच सीएम राइज स्कूल के नवाचार से बदल रही है। निजी स्कूलों की टक्कर मेें सरकारी स्कूलों को खड़ा करने और बच्चों को बेहतर तालीम देने के लिए सीएम राइज स्कूल मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। यहां पढ़ने वाले बच्चे न सिर्फ अंग्रेजी में बात करते हैं, बल्कि उनके अंदर व्यवहारिक अंतर भी आया है।

विकासखंड में पवारखेड़ा और पीपल मोहल्ला शासकीय बालक शाला को योजना में चुना गया है। शिक्षकों के अनुसार यहां आए बदलाव और सुविधाओं में बढ़ोतरी के बाद कई पालक निजी स्कूलों से बच्चों को हटाकर यहां प्रवेश करा रहे हैं।

जारी सत्र में मंजूर सीएम राइज स्कूल की हर कक्षा को हाइटेक किया गया है। कमरों में बच्चों के बनाए प्रोजेक्ट, ड्राइंग, सुविचार लगाए गए हैं। स्वामी विवेकानंद, छत्रपति शिवाजी, डा. अंबेडकर, महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस, डा. एपीजे अब्दुल कलाम, लाल बहादुर शास्त्री एवं महान वैज्ञानिकों के नाम सदन बने हैं। हर सदन में आपसी परिचर्चा एवं प्रतिस्पर्धा होती है। कक्षा में आ रहे बच्चों का शिक्षक वेलकम करते हैं। इससे पहले सर्किल टाइम में दिन का पंचाग, देश की सुर्खियों और किसी एक राज्य पर चर्चा होती है। दूसरे दिन इसी विषय पर प्रश्नोतरी में बच्चों से जवाब मांगा जाता है।

 

हर कक्षा में प्रिंट रिच मीडिया का माहौल बनाया गया। इसमें कमरों को सुंदर स्वच्छ करने के अलावा बच्चों द्वारा तैयार ड्राइंग, प्रोजेक्ट और सुविचार लगाए गए हैं। योजना मेें चयनित शिक्षक बच्चों को टीचिंग लर्निंग प्रणाली से अध्यापन कराते हैं। हर कक्षा के बाहर एक प्रशंसा बोर्ड लगा है, जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों के नाम दर्ज हो रहे हैं। कक्षा में आने वाले हर बच्चे का अब शिक्षक स्वागत करते हैं। शिक्षकों के व्यवहार से अब बच्चे काफी खुश लगे। गुड मार्निंग एवं गुरू का आर्शीवाद लेने की परंपरा शुरू हुई है।

 

प्राथमिक, माध्यमिक एवं हायर सेंकडरी स्तर की कक्षाओं में अलग-अलग सुविधाओं का वातावरण बनाया गया है। मसलन छोटे बच्चों के कमरों में काटूर्न, ग्रीन बोर्ड एवं स्मार्ट टीवी की सुविधा भी दी गई है। हर कक्षा में किसी एक महापुरुष के नाम पर पांच बच्चों का एक सदन बनाया गया है। हर सदन के बच्चे आपस में चर्चा करते हैं, साथ ही सदनों में प्रतिस्पर्धा भी कराई जा रही है। प्रतिस्पर्धा कराई जा रही है। यहां पढ़ने वाले देवेश प्रजापति ने कहा कि अब यहां हमें अंग्रेजी भी सिखाई जा रही है, हर दिन लाइब्रेरी, इनडोर गेम्स में भेजा जाता है, अब पढ़ने में मजा आ रहा है।

छात्र आलोक अखंडे ने कहा कि हर कमरा अब सुंदर लगता है, यहां गंदगी नहीं रहती, कमरे खुले और हवादार हैं। यहां फर्नीचर भी मिल गया है। ज्ञात रहे कि इस स्कूल में वर्तमान में 600 छात्र अध्ययन रत हैं।

मप्र में संचालित सीएम राइज स्कूल की कुल संख्या 274 बताई जाती है।ज्ञात रहे कि दिल्ली की तर्ज पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर जिले में कुछ चुनिंदा शासकीय स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों की तरह सर्व सुविधा संपन्न बनाने के लिए सी एम राइज स्कूल का कंसेप्ट लेकर सक्रिय हैं।

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 *जानिए राइस स्कूल के बारे में क्या कह रहे हैं प्राचार्य, उप प्राचार्य और विधायक* 

शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने इन स्कूलों का संचालन हो रहा है। बच्चों के बौद्धिक, व्यवहारिक एवं शैक्षणिक स्तर में काफी सुधार आया है। अब बच्चे व शिक्षक अंग्रेजी में बात करते हैं। निजी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों की प्रतिभा निखारने का प्रयास हो रहा है। यहां बेहतर सुविधाएं मिलने से अब बच्चों को निजी स्कूलों जैसा अनुभव हो रहा है

_एनपी चौधरी, प्राचार्य सीएम राइज शासकीय बालक शाला उच्चतर माध्यमिक शाला

सरकारी स्कूलों को लेकर लोगों की सोच में बदलाव लाने के लिए सरकार का यह प्रयोग साकार हो रहा है। जल्द ही हमेें नया आधुनिक भवन भी मिलेगा। अब शिक्षकों को जवाबदेह बनाने सर्किल टाइम बनाया गया है, इसमें प्रतिदिन लक्ष्य व परिणामों की निगरानी होती है। यहां पढ़ रहे बच्चे अब निजी स्कूलों की तर्ज पर बेहतर तालीम हासिल कर रहे हैं

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_उपेन्द्र साहू, उपप्राचार्य।

तवा कालोनी में सीएम राइज स्कूल के लिए जगह आवंटित हाे गई है। जल्द ही यहां सर्वसुविधायुक्त भवन बनाया जा रहा है, जिसमें बच्चों को निजी स्कूलाें से ज्यादा बेहतर माहौल मिलेगा, भविष्य में पीएम श्री स्कूल भी शुरू किए जाएंगे

 _ डा. सीतासरन शर्मा, विधायक।