नर्मदा में हो रहे भारी अवैध उत्खनन पर अपनी भाजपा सरकार को घेरा, प्रशासन को चूड़ियां भेजकर धिक्कारा, भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अखिलेश ने

पूर्व सी एम शिवराज के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में नर्मदा के पानी में से मशीनों द्वारा हो रहे अवैध उत्खनन पर सीहोर कलेक्टर, एस पी,माइनिंग अधिकारी को रोज कोरियर से भेजेंगे एक चूड़ी

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नर्मदा में हो रहे भारी अवैध उत्खनन पर अपनी भाजपा सरकार को घेरा, प्रशासन को चूड़ियां भेजकर धिक्कारा, भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अखिलेश ने

 

संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की खास रिपोर्ट

नर्मदापुरम। मां नर्मदा नदी की पतित पावन धार को रोककर, नदी के मध्य तक कच्ची सड़क बनाकर हो रहे अवैध रेत उत्खनन को लेकर भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अखिलेश खंडेलवाल ने अपनी ही भाजपा सरकार और सीहोर जिला प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने रेतासुरों द्वारा मां नर्मदा को छलनी कर गलत तरीके से हो रहे अवैध उत्खनन पर कार्रवाई नहीं करने पर एक अनोखे तरह का पर बहुत तीखा विरोध प्रदर्शन प्रारंभ किया है।

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ज्ञात रहे कि मप्र में भाजपा की सरकार है। बुधनी,पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र है। अखिलेश खंडेलवाल के अनुसार इसी बुधनी क्षेत्र में बेखौफ होकर नर्मदा नदी से वैध और अवैध दोनों तरीके से रेतासुर बीच नदी में आकर और पानी में से रेत निकाल रहे हैं। जिले में बैठे अफसर सरकार के बनाए नियमों का पालन नहीं करा पा रहे। ऐसे में नर्मदापुरम नपा के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश खण्डेलवाल ने चूड़ी भेजकर जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। दरसअल नर्मदा नदी का एक किनारा नर्मदापुरम जिले में आता है तो वहीं दूसरा किनारा सीहोर जिले में आता है। इसी सुविधा का सहारा लेकर,विगत कई सालों से,दोनों जिलों का प्रशासन अवैध उत्खनन के लिए एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपना पल्ला झाड़ते रहे हैं। कभी भी दोनों जिलों के प्रशासन ने मिलकर रेत माफिया का सफाया करने की इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। जबकि विगत कई सालों से दोनों जिलों में बहुत बड़ी मात्रा में रेत के अवैध उत्खनन की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनती रही हैं। यहां तक कि रेत माफिया कई बार तो रोक टोक करने वाले अधिकारियों पर भी हमले कर चुका है। पर राजनीतिक संरक्षण की दम पर और कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद के कारण,जिला प्रशासन रेत माफिया को रोक पाने में प्रायः असफल रहा। खासकर दोनों जिलों के खनिज विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों ने कार्यवाही के नाम पर प्रायः रस्म अदायगी ही की। छोटी छोटी मछलियों को पकड़कर खानापूर्ति मात्र कर ली,मगरमच्छ बेखौफ अपना काम करते रहे।

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अब भाजपा नेता खण्डेलवाल ने नए सिरे से नर्मदा को छलनी करने वालों पर कार्रवाई नहीं करने पर और उसे रोक नहीं पाने पर सीहोर कलेक्टर, एसपी और खनिज अधिकारी को आज कोरियर द्वारा चूड़ी भेजकर सार्वजनिक रूप से विरोध जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में और चूड़ी के साथ भेजे पत्र में लिखा है कि जिम्मेदार अधिकारियों चाहे वह कलेक्टर, एसपी या फिर माइनिंग अधिकारी हो, सब आंख मूंदकर बैठे है। सरकार के बनाएं नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी जिले के अधिकारियों की होती है। जब अधिकारी ही नियमों का पालन नहीं करते तो अराजक तत्वों के हौंसले बुलंद होते हैं, वो बेधड़क होकर अवैध कार्य करते हैं। मप्र में भाजपा की सरकार है। बुधनी विस क्षेत्र से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विधायक है। इसी बुधनी क्षेत्र में बेखौफ होकर नर्मदा नदी से वैध और अवैध दोनों तरीके से रेतासुर बीच नदी में आकर और पानी में से रेत निकाल रहे। जिले में बैठे अफसर सरकार के बनाए नियमों का पालन नहीं करा पा रहे। ज्ञात रहे कि पूर्व में कांग्रेस नेता तत्कालीन सी एम शिवराज सिंह चौहान पर भी रेत माफिया को संरक्षण देने के आरोप भी लगा चुके हैं। पर इस बार नर्मदापुरम के एक भाजपा नेता अखिलेश खंडेलवाल ने आरोप लगाया है कि प्रशासन और खनिज विभाग दोनों इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। भाजपा नेता ने मां नर्मदा को छलनी करने से नहीं रोक पाने पर सीहोर कलेक्टर, एसपी, माइनिंग अधिकारी को चूड़ी भेजने का भी अपनी पोस्ट लिखा है। तदनुसार ही आज सुबह 11 बजे उन्होंने सर्किट हॉउस घाट पर पूजन पाठ कर चूड़ियों को तीन डॉक बनाकर कोरियर किया। रेत माफिया और रेत चोर बड़े स्तर पर नर्मदा नदी से रेत का उत्खनन कर रहे है। बुधनी क्षेत्र में पावर मेक कम्पनी के पास रेत खदानों से उत्खनन और परिवहन का ठेका है। कम्पनी द्वारा नर्मदा नदी की खदानों से तो उत्खनन कर परिवहन किया ही जा रहा। इसी की आड़ में कुछ रेत माफियाओं द्वारा खदान को छोड़ बीच नदी में पानी में से,नर्मदा के प्रवाह को रोककर भी रेत निकाली जा रहीं। नर्मदापुरम शहर में सर्किट हॉउस के सामने ट्रैक्टर-ट्रालियों से रेत निकाल उसका परिवहन हो रहा है। बीच में ट्रैक्टर-ट्राली निकालने के लिए कच्ची रेत की सड़क भी बनाई गई है। जहां सुबह से शाम तक सैकड़ों बार ट्रैक्टर पानी में लाकर रेत निकाली जा रही है। जिससे नदी में कई जगह गड्ढे भी बन गए हैं,नर्मदा के कई किनारों पर कटाव बढ़ता जा रहा है। सिवनी मालवा के चांदगढ़ कुटी घाट पर रेत चोर नर्मदापुरम जिले की सीमा में आकर नाव में रेत भरकर सीहोर जिले की सीमा में दूसरे क्षेत्र में ले जा रहे हैं। उन्होंने मशीनों से रेत खनन का जिक्र करते हुए नर्मदा के पर्यावरण तंत्र को नष्ट करने पर चिंता जताई है। इतना ही नहीं प्रदेश संयोजक अखिलेश खंडेलवाल ने कलेक्टर, एसपी और माइनिंग अधिकारी के नाम, पते पर प्रेषित पत्र में चूड़ियां भी कोरियर सर्विस से भेजी गई है। उन्होंने अपने सोशल एकाउंट पर लिखकर ऐसा किया है। नर्मदा नदी से लगातार हो रही रेत चोरी और अवैध उत्खनन पर चिंता जताई है।

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भाजपा नेता ने सोशल मीडिया पर की है यह पोस्ट भाजपा के झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष,नर्मदापुरम अखिलेश खंडेलवाल ने की जारी की अपनी पोस्ट में लिखा है, “मेरी माँ नर्मदा के सीने को छलनी करते रेतासुर….”न न… इसे केरल की किसी झील का दृश्य समझने की गलती न करें। यहां कोई नौका दौड़ नहीं हो रही है, ये है सिर्फ पैसा कमाने की होड़, फिर चाहे उसके लिए मां नर्मदा का सीना ही क्यों न चीरना पड़े… मां नर्मदा के किनारे “नर्मदापुरम सर्किट हाउस के सामने और चांदगढ़ कुटी” से एक सामान्य सुबह का दृश्य …”सीहोर कलेक्टर, एसपी, माइनिंग अधिकारी को भेजी जाएगी प्रतिदिन एक चूडी… जो उन्हें करना है वो नहीं करने पर…” मां को बचाएंगे…. किसी भी हद तक जायेंगे Akhilesh Khandelwal…” ज्ञात रहे कि ये वही अखिलेश खंडेलवाल हैं जिन्होंने नपा अध्यक्ष बनते ही नर्मदा को पूरी तरह प्रदूषण मुक्त न कर देने तक पैरों में जूते,चप्पल न पहनने का एलान किया था। हालांकि अपने कार्यकाल में वे इस दिशा में अधिक कुछ नहीं कर पाए,उल्टे उन पर नपा अध्यक्ष के उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप उनकी ही पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने लगाए थे, जिनकी जांच भी भोपाल स्तर से प्रारंभ की गई थी,विधानसभा में भी इस बाबत प्रश्नकाल में सरकार से कार्यवाही से जुड़े सवाल पूछे गए थे। वर्तमान में उस जांच की,उसके निष्कर्ष की, उस संबंध में की गई कार्यवाही की स्थिति क्या है,कोई नहीं जानता। अलबत्ता इन आरोपों और जांच के बाद पार्टी ने उनको भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था,जिस पर वे अब तक बने हुए हैं। वहीं अखिलेश खंडेलवाल द्वारा स्वयं के गृह जिले नर्मदापुरम में भी नर्मदा में हो रहे रेत के अवैध उत्खनन पर चुप्पी साध लेने को भी उनकी सुविधाभोगिता से जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा गलियारों में यह जनचर्चा भी सुनी गई कि क्या किसी कारण से अखिलेश,जिले के आला अधिकारियों को नाराज नहीं करना चाहते हैं। जबकि उनका राजनीतिक कार्यक्षेत्र भी अब तक प्रमुख रूप से नर्मदापुरम ही रहा है।