Changes in Congress Organization : AICC ने संगठन में बड़ा बदलाव किया, देशभर में सचिव और संयुक्त सचिव बदले गए!
New Delhi : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने बड़े पैमाने पर सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी की नियुक्ति की गई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की स्वीकृति के बाद यह लिस्ट जारी की गई। ये प्रभारियों और महासचिवों के के साथ काम करेंगे। शरद यादव की बेटी सुहासिनी यादव को गुजरात, कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा को सचिव पंजाब, मनोज त्यागी को संयुक्त सचिव प्रशासन, परगट सिंह को उत्तराखंड और चिरंजीव राव को राजस्थान का सचिव नियुक्त किया गया। लिस्ट में कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान समेत अलग-अलग राज्यों का जिक्र है। इन सभी राज्यों में पार्टी नेतृत्व ने सचिव और संयुक्त सचिव नियुक्त किए हैं।
मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और एमपी कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कुणाल चौधरी को महाराष्ट्र में सचिव नियुक्त किया गया। वहीं मध्य प्रदेश में इंचार्ज सेक्रेटरी संजय दत्त को छोड़कर सभी प्रभारी सचिव बदल दिए गए। अब मध्य प्रदेश में संजय दत्त के साथ चंदन यादव, आनंद चौधरी को सचिव बनाकर भेजा गया है। वही रणविजय सिंह लोचव जॉइंट सेक्रेटरी होंगे। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने पहली बार जॉइंट सेक्रेटरी की नियुक्ति की और रणविजय सिंह लोचव को जॉइंट सेक्रेटरी नियुक्त किया गया। वे 4 सचिवों के साथ अकेले संयुक्त सचिव होंगे।o
इंदौरा सांसद बन गए
मध्यप्रदेश कांग्रेस में बतौर प्रभारी सचिव कुलदीप इंदौरा राजस्थान के श्रीगंगानगर लोकसभा से सांसद चुने जा चुके हैं। दूसरे प्रभारी सचिव संजय कपूर करीब 5 साल से एमपी में बतौर इंचार्ज सेक्रेटरी काम कर रहे थे। शिव भाटिया की नियुक्ति करीब एक साल पहले हुई थी। सीपी मित्तल भी लंबे समय से काम कर रहे थे। अब मध्यप्रदेश में सिर्फ संजय दत्त ही पुराने सेक्रेटरी बचे हैं, जो फिलहाल मध्यप्रदेश में ही काम करते रहेंगे।
प्रदेश प्रभारी के साथ करेंगे काम
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने हर राज्य में एक राष्ट्रीय महासचिव को प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया है। प्रदेश प्रभारी (महासचिव) के नीचे सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी संगठन का काम करते हैं। मध्यप्रदेश में जिन्हें इंचार्ज सेक्रेटरी नियुक्त किया गया, उन्हें अलग-अलग संभागों का प्रभार दिया जाता है। सेक्रेटरी अपने प्रभार के संभागों और जिलों से लेकर ब्लॉक लेवल तक संगठन के काम को क्रियान्वित कराते हैं।