Death Again in Borewell : जिंदगी की जंग हार गया लोकेश, बोरवेल से जीवित नहीं निकाला जा सका!

1005

Death Again in Borewell : जिंदगी की जंग हार गया लोकेश, बोरवेल से जीवित नहीं निकाला जा सका!

Vidisha : मंगलवार को 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे लोकेश अहिरवार को प्रशासन ने बाहर तो निकाल लिया, पर उसे बचाया नहीं जा सका। बोरवेल से निकाल कर लोकेश को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, उसे बचाया नहीं जा सका। डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। लोकेश को बाहर निकालने से पहले ही डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस पूरी तरह से उसे लटेरी की सीएससी हॉस्पिटल में ले जाने के लिए तैयार थे। जैसे ही लोकेश को निकाला गया, बिना देरी के उसे अस्पताल ले जाया गया। पर, तब तक देर हो चुकी थी। बच्चे के साथ उसके परिजनों को भी अस्पताल ले जाया गया।
विदिशा जिले की लटेरी तहसील के खेरखेरी पठार गांव में मंगलवार को 7 साल का लोकेश अहिरवार खेलते समय बोरवेल में गिर गया था। वह सुबह करीब 11 बजे अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिए घर से निकला था। इसी दौरान बंदरों के पीछे दौड़ते हुए वह खुले बोरवेल में गिरा गया। सूचना मिलते ही उसके पिता दिनेश अहिरवार अन्य ग्रामीणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उसको निकालने के प्रयास शुरू किए। जब देखा कि लोकेश बोरवेल में गहरे तक फंस गया, तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
लोकेश 43 फीट नीचे फंसा था। आज सुबह 5 बजे तक उसका मूवमेंट मिलता रहा। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे से उसे बचाने में जुटी रही। बोरवेल 60 फीट गहरा है। उसे बचाने के लिए बोरवेल के समानांतर 50 फीट गड्‌ढा खोदा गया फिर एक टनल बनाई गई जहां से लोकेश को निकाला गया।
रात को 4 जेसीबी और 3 पोकलेन मशीन से रातभर यहां खुदाई करती रही। बच्चे तक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई गई। सीसीटीवी से भी निगरानी हो रही थी। एनडीआरएफ को सुबह 5 बजे तक उसका मूवमेंट मिलता रहा। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और लटेरी के एसडीएम हर्षल चौधरी, एडिशनल एसपी समीर यादव के साथ मौजूद रहे।