

मेडिकल कॉलेजों में 3-3 साल के लिए बनेंगे HOD, नेशनल मेडिकल कमीशन ने बनाया प्लान
भोपाल। अब मेडिकल कॉलेजों में तीन तीन साल के लिए एचओडी बनाया जाएगा। इसके लिए नेशनल मेडिकल कमीशन ने देश के सभी मेडिकल कॉलेजों के लिए त्रिवर्षीय एचओडी रोटेशन प्रोग्राम तैयार किया है। यदि कोई व्यक्ति एचओडी की अर्हताएं पूरी करता है तो उसे एचओडी बनाया जा सकेगा।
हालांकि एनएमसी ने यह मसौदा लागू करने से पहले सभी मेडिकल कॉलेजों के पास भेजा है। साथ ही इस पर कॉलेजों से सुझाव मांगे हैं। एनएमसी के मुताबिक इसी शैक्षणिक वर्ष से यह व्यवस्था लागू करने की योजना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मसौदे का मकसद एक व्यक्ति के लंबे समय तक एक ही पद में जमे रहने की फितरत को कम करना है। अभी तक मेडिकल कॉलेजों में कई विभाग ऐसे हैं, जिनमें कई सालों से एचओडी बने हुए हैं।
0 जीएमसी भोपाल में दो वर्ष का होता है कार्यकाल
गांधी मेडिकल कॉलेज में बीते दो साल से रोटेशन प्रोग्राम चल रहा है। तत्कालीन डीन डॉ. अरुणा कुमार के समय एक पीजी छात्रा ने सुसाइड कर लिया था। उस समय जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल कर दी थी और डॉ. अरुणा को डीन व एचओडी के पद से हटाने की मांग रखी थी। इसके बाद विभाग ने लंबे समय से एचओडी रहे प्रोफेसर को हटाकर, इस पद को दो दो साल का कर दिया था।