इंदौर को पीछे छोड़ नीमच ने बढ़ाई शान… दिनेश जैन का मार्गदर्शन, रिकॉर्ड रक्तदान…

इंदौर को पीछे छोड़ नीमच ने बढ़ाई शान… दिनेश जैन का मार्गदर्शन, रिकॉर्ड रक्तदान…

यदि जुनून, जज्बा और श्रेष्ठ नेतृत्व हो तो किसी भी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मुमकिन है। करीब 40 लाख आबादी वाले इंदौर जिले को दस लाख आबादी वाला नीमच जिला भी कोसों पीछे छोड़ सकता है। कलेक्टर दिनेश जैन के नेतृत्व और मार्गदर्शन में रक्तदान का महारिकार्ड बनाकर नीमच जिले ने यह संभव कर दिखाया है। राजस्थान की सीमा पर स्थित मध्यप्रदेश के नीमच जिले में स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने और “मेरी माटी मेरा देश अभियान’ के तहत 12 अगस्त 2023 को 34 स्थानों पर रक्‍तदान शिविर आयोजित किए गए। नागरिकों ने मात्र 10 घंटे में रिकार्ड 7601 यूनिट रक्तदान कर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर नीमच जिले की शान बढ़ाई है। इसकी बराबरी कर पाना अब मध्यप्रदेश और देश के किसी भी जिले के लिए बहुत आसान नहीं है। इससे पहले इंदौर में साढ़े पांच हजार यूनिट रक्तदान का विश्व कीर्तिमान दर्ज किया गया था, जबकि इंदौर जिले की जनसंख्या नीमच से चार गुना ज्यादा है। वैसे रक्तदान में कीर्तिमान बनाने का सिलसिला आईएएस दिनेश जैन ने शाजापुर कलेक्टर रहते शुरू किया था। 23 मार्च 2022 को शाजापुर जिले में जिला प्रशासन द्वारा 22 केंद्रों पर आयोजित विशाल रक्तदान शिविर में 2887 यूनिट रक्तदान कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था। वहीं मार्च 2023 में कलेक्टर दिनेश जैन के नेतृत्व में ही शाजापुर जिले में साढ़े तीन हजार यूनिट रक्तदान कर नया कीर्तिमान बनाया गया था। इसके बाद जबलपुर जिले ने इलैया राजा के नेतृत्व में शाजापुर का रिकॉर्ड तोड़ा था। और इंदौर कलेक्टर बन इलैया राजा के नेतृत्व में नया रिकॉर्ड साढ़े पांच हजार यूनिट का बना था। नीमच ने इंदौर को कोसों पीछे छोड़ अब नया रिकॉर्ड बना दिया है। जिस तक पहुंच पाना नामुमकिन नहीं तो बहुत मुमकिन भी नहीं है।
मजे की बात यह भी है कि नीमच जिले में संग्रहित इस रक्त में से सर्वाधिक 1689 यूनिट रक्त इंदौर के तीन ब्लड बैंक को भेजा गया है। वहीं दूसरे स्थान पर कोटा को 1358 यूनिट रक्त भेजा गया है। नीमच को 735 यूनिट रक्त मिला है। मध्यप्रदेश के इंदौर (तीन ब्लड बैंक 1689 यूनिट), नीमच (735 यूनिट), उज्जैन (152 यूनिट), रतलाम (120 यूनिट), धार (453 यूनिट), मंदसौर (202 यूनिट) और शाजापुर (257 यूनिट) को रक्त भेजा गया है, तो पड़ोसी राज्य राजस्थान के भीलवाड़ा (702 यूनिट), उदयपुर (1213 यूनिट), चित्तौड़गढ़ (415 यूनिट), प्रतापगढ़ (305 यूनिट) और कोटा (1358 यूनिट) को रक्त भेजा गया है। कहा जाता है कि रक्तदान-महादान। जब आपातकालीन स्थिति से मरीज जूझ रहा हो और रक्त न मिल पाए, तो इसकी पीड़ा मरीज के परिजन ही महसूस कर सकते हैं। यदि मरीज को ब्लड बैंक से रक्त मिल जाए तो गरीब परिजनों की तो सांस में सांस आ जाती है। और यदि नीमच की तरह हर जिला रक्तदान का रिकार्ड बनाने पर आमादा हो जाए, तो यह स्वस्थ प्रतिस्पर्धा लोगों के स्वास्थ्य के लिए संजीवनी बनकर जीवनदायिनी साबित हो जाएगी। ऐसे में रक्त संग्रहण में सहयोगी बनी पूरी टीम ही साधुवाद की हकदार है। मध्य प्रदेश के नीमच जिले ने रक्तदान में इतिहास रच दिया है। बाकी जिलों के कलेक्टर भी ठान लें तो इतिहास रचना बहुत आसान नहीं तो बहुत मुश्किल भी नहीं है।
एक दिन में सर्वाधिक 7 हजार 601 यूनिट रक्‍तदान कर नीमच जिले का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होने की उपलब्धि का श्रेय कलेक्‍टर दिनेश जैन ने नीमच जिले के सभी सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक टीम, प्रेस एवं मीडिया जगत के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्‍थाओं, आम नागरिकों और रक्‍तदान दाताओं को दिया। जिले में 34 केंद्रों पर शहीदों के नाम समर्पित रक्‍तदान शिविरों में जिले के नागरिकों ने बढ़चढ़ कर हिस्‍सा लिया और स्वैच्छिक रूप से रक्‍तदान किया। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उत्साह जावद, मनासा और नीमच में सभी जगह रक्तदाताओं में देखा गया। और कलेक्टर दिनेश जैन ने खुद रक्तदान कर रक्तदाताओं का मनोबल बढ़ाया। सफलता के इस मंत्र का उपयोग वह शाजापुर जिले में भी कर चुके हैं। पुरुषों के अलावा महिलाओं, युवा, युवतियों और विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ रक्तदान किया। ग्रामीण महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं। कई गांवों में सास बहुओं ने तो कहीं दादा, पिता और बेटों ने एक साथ रक्तदान किया।
तो किसी की जिंदगी बचाने के लिए इस महादान में अपने रक्त की आहुति देने के लिए हर वर्ग के महिला-पुरुषों ने हिस्सा लिया। नीमच जिले की जागरूक जनता ने रिकॉर्ड तोड़ रक्तदान कर नंबर एक का दर्जा प्राप्त कर लिया है। प्रदेश की पूरी आबादी को इस रक्तदान महादान मंत्र पर अमल कर मानवता की सेवा का महासंकल्प लेने की जरूरत है। जिस तरह इंदौर को पीछे छोड़ नीमच ने शान बढ़ाई और कलेक्टर दिनेश जैन के मार्गदर्शन में रिकॉर्ड रक्तदान हुआ है… उसके लिए वह और उनकी टीम के साथ नीमच जिले के नागरिक बधाई के पात्र हैं…।
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khusal kishore chturvedi
कौशल किशोर चतुर्वेदी

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के जाने-माने पत्रकार हैं। इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया में लंबा अनुभव है। फिलहाल भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र एलएन स्टार में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले एसीएन भारत न्यूज चैनल के स्टेट हेड रहे हैं।

इससे पहले स्वराज एक्सप्रेस (नेशनल चैनल) में विशेष संवाददाता, ईटीवी में संवाददाता,न्यूज 360 में पॉलिटिकल एडीटर, पत्रिका में राजनैतिक संवाददाता, दैनिक भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ, एलएन स्टार में विशेष संवाददाता के बतौर कार्य कर चुके हैं। इनके अलावा भी नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित विभिन्न समाचार पत्रों-पत्रिकाओं में स्वतंत्र लेखन किया है।