Lifestyle Diseases: मानव जीवन को सुरक्षित रखने की चिकित्सा विज्ञान-समर्थित रणनीति

253

Lifestyle Diseases: मानव जीवन को सुरक्षित रखने की चिकित्सा विज्ञान-समर्थित रणनीति

डॉ. तेज प्रकाश  व्यास

आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ (Lifestyle Diseases) वैश्विक स्वास्थ्य संकट का रूप ले चुकी हैं। ये रोग धीमे-धीमे विकसित होते हैं और मुख्य रूप से अस्वास्थ्यकर खानपान, शारीरिक निष्क्रियता, नींद की कमी, मानसिक तनाव और नशे की आदतों के कारण उत्पन्न होते हैं। ये संक्रामक रोगों की तरह नहीं फैलते, बल्कि हमारे दैनिक जीवनशैली के गलत चुनावों से पनपते हैं।

आयुर्वेद में स्वस्थ व्यक्ति की परिभाषा इस प्रकार बताई है-

समदोषः समाग्निश्च समधातु मलक्रियाः। प्रसन्नात्मेन्द्रियमनाः स्वस्थः इत्यभिधीयते ॥

( जिस व्यक्ति के दोष (वात, कफ और पित्त) समान हों, अग्नि सम हो, सात धातुयें भी सम हों, तथा मल भी सम हो, शरीर की सभी क्रियायें समान क्रिया करें, इसके अलावा मन, सभी इंद्रियाँ तथा आत्मा प्रसन्न हो, वह मनुष्य स्वस्थ कहलाता है )। यहाँ ‘सम’ का अर्थ ‘संतुलित’ ( न बहुत अधिक न बहुत कम) है।

आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी प्रमुख बीमारियाँ:

✅ हृदय रोग (हार्ट अटैक, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप)
✅ मधुमेह (टाइप 2 डायबिटीज़)
✅ मोटापा और मेटाबॉलिक सिंड्रोम
✅ श्वसन रोग (COPD, फेफड़ों का कैंसर)
✅ कैंसर (कोलन, स्तन, यकृत और अग्नाशय कैंसर)
✅ मस्तिष्क संबंधी बीमारियाँ (अल्जाइमर, डिमेंशिया)

शोध से यह प्रमाणित हो चुका है कि 80% से अधिक जीवनशैली रोगों को सही दिनचर्या और खानपान के माध्यम से रोका जा सकता है। यह लेख आपको विज्ञान-आधारित समाधान देकर इन रोगों से बचाव और प्रबंधन के लिए जागरूक भी करता है।

जीवनशैली रोगों के मुख्य कारण

1. शारीरिक निष्क्रियता: मृत्यु का अदृश्य कारण

अगर आप सक्रिय नहीं हैं, तो आप अनगिनत बीमारियों को न्योता दे रहे हैं। निष्क्रिय जीवनशैली से –
❌ मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे मोटापा और मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।
❌ हृदय की मांसपेशियाँ कमजोर होती हैं, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ता है।
❌ हड्डियों का घनत्व घटता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना रहती है।

WHO की रिपोर्ट के अनुसार, शारीरिक निष्क्रियता के कारण हर साल 50 लाख से अधिक मौतें होती हैं।

2. अस्वास्थ्यकर आहार: जहर से भी अधिक खतरनाक

⚠️ प्रोसेस्ड फूड, ट्रांस फैट, चीनी और अधिक नमक से भरा भोजन हमारी सेहत के लिए धीमे ज़हर के समान है।
✅ प्रोसेस्ड फूड पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है और आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को नष्ट करता है।
✅ चीनी का अधिक सेवन इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ाकर मोटापा और डायबिटीज़ को जन्म देता है।
✅ ट्रांस फैट खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को बढ़ाकर हृदय रोगों की संभावना को बढ़ाता है।

👉 अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन के अनुसार, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के सेवन से मेटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा 60% तक बढ़ जाता है।

3. नींद की कमी: मस्तिष्क और शरीर पर धीमा प्रहार

❌ कम नींद से हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिससे –
✔ तनाव बढ़ता है (कोर्टिसोल लेवल बढ़ता है)।
✔ मोटापा और डायबिटीज़ का खतरा बढ़ता है (लेप्टिन और घ्रेलिन हार्मोन गड़बड़ा जाते हैं)।
✔ हृदय रोगों का जोखिम बढ़ता है (ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होता है)।

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के एक अध्ययन के अनुसार, रोज़ 6 घंटे से कम सोने वालों में हृदय रोगों का खतरा 48% तक बढ़ जाता है।

4. मानसिक तनाव और अवसाद: धीमे ज़हर की तरह घातक

❌ दीर्घकालिक तनाव शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ाकर –
✔ दिल के दौरे का कारण बनता है।
✔ अत्यधिक खाने की आदतों को बढ़ाता है, जिससे मोटापा और मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।
✔ धमनी की सूजन बढ़ाकर स्ट्रोक और उच्च रक्तचाप की संभावना बढ़ा देता है।

JAMA Psychiatry में प्रकाशित शोध के अनुसार, माइंडफुलनेस मेडिटेशन करने से तनाव से होने वाली सूजन 50% तक कम हो जाती है।

रोगों से बचाव और प्रबंधन के लिए प्रभावी उपाय

1. संतुलित और प्राकृतिक आहार अपनाएँ

✔ ताजे फल, हरी सब्जियाँ, दालें, मेवे और बीजों का सेवन करें।
✔ अधिक फाइबर लें ताकि ब्लड शुगर नियंत्रित रहे और पाचन बेहतर हो।

✔ ट्रांस फैट, अधिक चीनी और नमक से बचें।
✔ स्वस्थ वसा जैसे जैतून तेल,तिल का तेल, ऑलिव ऑयल का उपयोग करें।एवोकाडो, अखरोट और ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थ लें।

हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के अनुसार, मेडिटेरेनियन डाइट अपनाने से हृदय रोगों का खतरा 30% तक कम हो जाता है।

2. नियमित व्यायाम करें

✔ हर दिन 30–45 मिनट का व्यायाम करें।
✔ सुबह ओस से भीगी घास पर चलना और सूर्य की किरणें लेना अत्यंत लाभकारी है।
✔ योग, ध्यान, और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग अपनाएँ।

द लैंसेट (The Lancet) के अनुसार, नियमित व्यायाम करने से जल्दी मृत्यु का खतरा 40% तक घट जाता है।

3. अच्छी नींद लें

✔ हर दिन 7–8 घंटे की गहरी नींद लें।
✔ रात को स्क्रीन टाइम कम करें ताकि मेलाटोनिन का उत्पादन सही रहे।
✔ कैफीन और भारी भोजन सोने से पहले न लें।

👉 जर्नल ऑफ स्लीप रिसर्च के अनुसार, क्रॉनिक नींद की कमी से मोटापे का खतरा 55% तक बढ़ जाता है।

4. तनाव को नियंत्रित करें

✔ मेडिटेशन, गहरी साँस लेना, ओम उच्चारण, अनुलोम-विलोम करें।
✔ स्वस्थ मनोरंजन और प्राकृतिक वातावरण में समय बिताएँ।
✔ सोशल मीडिया का सीमित प्रयोग करें।

5. नशीली चीज़ों से बचें

✔ धूम्रपान छोड़ें – यह हृदय रोग का खतरा 50% तक कम कर सकता है।
✔ शराब सीमित करें । शराब न पीना तो सर्वश्रेष्ठ है।
✔ स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करें।

महत्वपूर्ण धनाढ्य हस्तियों की असमय मौत – एक चेतावनी

❌ सिद्धार्थ शुक्ला (40, 2021) – हार्ट अटैक
❌ पुनीत राजकुमार (46, 2021) – जिम में हार्ट अटैक
❌ केके (53, 2022) – कॉन्सर्ट के बाद हार्ट अटैक
❌ इंदर कुमार (43, 2017) – ब्रेन स्ट्रोक
❌ आदेश श्रीवास्तव (51, 2015) – कैंसर और स्ट्रोक

कैंसर से असमय दिवंगत प्रसिद्ध हस्तियाँ

कैंसर एक घातक बीमारी है, जिसने दुनियाभर में कई प्रतिष्ठित हस्तियों को असमय छीन लिया। भारत और विश्व के कई प्रसिद्ध कलाकार, खिलाड़ी, नेता, और समाजसेवी इस बीमारी का शिकार हुए। मशहूर हस्तियों के बारे में जानें, जिन्होंने कैंसर से संघर्ष किया लेकिन असमय इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

1. ऋषि कपूर (1952 – 2020)

प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता

बीमारी: ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर)

मृत्यु: 30 अप्रैल 2020

संघर्ष: ऋषि कपूर को 2018 में ल्यूकेमिया का पता चला था। वे इलाज के लिए अमेरिका गए और लगभग एक साल तक संघर्ष किया, लेकिन 2020 में उनका निधन हो गया।

2. इरफान खान (1967 – 2020)

विश्व प्रसिद्ध अभिनेता

बीमारी: न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर)

मृत्यु: 29 अप्रैल 2020

संघर्ष: 2018 में उन्हें इस दुर्लभ कैंसर का पता चला। वे लंबे समय तक इलाज के लिए लंदन में रहे, लेकिन अंततः 2020 में यह महान अभिनेता दुनिया को अलविदा कह गया।

3. राजेश खन्ना (1942 – 2012)

बॉलीवुड के “सुपरस्टार”

बीमारी: ब्लड कैंसर

मृत्यु: 18 जुलाई 2012

संघर्ष: राजेश खन्ना को अंतिम वर्षों में ब्लड कैंसर हो गया था। उन्होंने इलाज कराया, लेकिन बीमारी बढ़ने के कारण उनका निधन हो गया

4. विनोद खन्ना (1946 – 2017)

दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता और राजनेता

बीमारी: ब्लैडर कैंसर (मूत्राशय का कैंसर)

मृत्यु: 27 अप्रैल 2017

संघर्ष: विनोद खन्ना ने लंबे समय तक कैंसर से लड़ाई लड़ी, लेकिन 2017 में उन्होंने अंतिम सांस ली।

5. फऱूक़ शेख़ (1948 – 2013)

प्रसिद्ध अभिनेता और टेलीविजन होस्ट

बीमारी: कैंसर

संघर्ष: उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई, लेकिन उन्हें कैंसर भी था, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया।

6. नर्गिस दत्त (1929 – 1981)

मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री

बीमारी: पैंक्रियाटिक कैंसर (अग्न्याशय कैंसर)

मृत्यु: 3 मई 1981

संघर्ष: नर्गिस दत्त को 1980 में इस बीमारी का पता चला और वे इलाज के लिए अमेरिका भी गईं, लेकिन कुछ महीनों में ही वे इस दुनिया को छोड़ गईं।

7. सुनील दत्त (1929 – 2005)

अभिनेता और राजनेता

बीमारी: कैंसर

संघर्ष: उन्होंने अपनी पत्नी नर्गिस दत्त की याद में “नर्गिस दत्त मेमोरियल कैंसर फाउंडेशन” की स्थापना की, ताकि कैंसर रोगियों की मदद की जा सके।

8. अमरीश पुरी (1932 – 2005)

बॉलीवुड के महान खलनायक

बीमारी: ब्रेन ट्यूमर (मस्तिष्क कैंसर)

मृत्यु: 12 जनवरी 2005

संघर्ष: अमरीश पुरी ने कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ी, लेकिन अंततः यह बीमारी उनके लिए जानलेवा साबित हुई।

9. टॉम ऑल्टर (1950 – 2017)

प्रसिद्ध अभिनेता और लेखक

बीमारी: स्किन कैंसर

मृत्यु: 29 सितंबर 2017

संघर्ष: उन्हें स्किन कैंसर (squamous cell carcinoma) हुआ था, जिससे उनकी हालत तेजी से बिगड़ती गई।

10. युवराज सिंह (जिंदा बचे, जन्म 1981)

भारतीय क्रिकेटर

बीमारी: लंग कैंसर (फेफड़ों का कैंसर)

संघर्ष: 2011 में वर्ल्ड कप जीतने के बाद उन्हें कैंसर का पता चला, लेकिन उन्होंने अमेरिका में इलाज करवाकर इसे मात दे दी। वे स्वस्थ हैं ।

विश्वभर के प्रसिद्ध लोग जिन्होंने कैंसर से अपनी जान गंवाई

✅ स्टीव जॉब्स (1955 – 2011) – पैंक्रियाटिक कैंसर
✅ बॉब मार्ले (1945 – 1981) – स्किन कैंसर (मेलानोमा)
✅ डेविड बॉवी (1947 – 2016) – लिवर कैंसर
✅ पैट्रिक स्वेज़ी (1952 – 2009) – पैंक्रियाटिक कैंसर
✅ पॉल वॉकर (1973 – 2013) – सरकोमा (नरम ऊतक का कैंसर)

कैंसर से बचाव के उपाय

✔ प्रोसेस्ड और जंक फूड से बचें।
✔ फल, सब्जियाँ, और एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार लें।
✔ धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएँ।
✔ रेड मीट से बचें अत्यधिक तले हुए भोजन से बचें।
✔ नियमित व्यायाम करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ।

निष्कर्ष:
कैंसर से ग्रसित कई महान हस्तियों ने बहादुरी से इस बीमारी का सामना किया, लेकिन असमय काल के गाल में समा गए। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और कैंसर से बचाव के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए।

अपना जीवन संवारें – स्वस्थ रहें, खुश रहें!

💪 स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ और जीवनशैली रोगों को दूर भगाएँ।
🙏 आपका स्वास्थ्य, आपकी सबसे बड़ी संपत्ति है!

WhatsApp Image 2025 02 23 at 06.23.47 2

डॉ. तेज प्रकाश  व्यास

वैज्ञानिक तथा से नि प्राचार्य: शासकीय राजा भोज स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धार,मध्य प्रदेश