Lokayukta Action : दमोह के ASP का स्टेनो धमकाकर ₹25 हजार रिश्वत मांग रहा था, लोकायुक्त ने पकड़ लिया!

स्टेनो ने एक युवक को मुरम खनन के लिए स्वीकृत किए पट्टे पर काम न करने देने की धमकी दी!

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Lokayukta Action : दमोह के ASP का स्टेनो धमकाकर ₹25 हजार रिश्वत मांग रहा था, लोकायुक्त ने पकड़ लिया!

Damoh : एडिशल एसपी के स्टेनो को लोकायुक्त ने 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। लोकायुक्त ने दो दिन तक इंतजार के बाद शुक्रवार को यह कार्रवाई की। स्टेनो को फुटपाथ पर 25 हजार रुपए लेते पकड़ा। स्टेनो ने एक युवक को मुरम खनन के लिए स्वीकृत किए पट्टे पर काम न करने देने की धमकी दी थी। लोकायुक्त ने भ्रष्टाचारी स्टेनो को रंगे हाथों धर दबोचा है। आरोपी स्टेनो की पहचान त्रिलोक अहिरवार के रूप में हुई।

लोकायुक्त डीएसपी बीएम द्विवेदी ने दी जानकारी के अनुसार दमोह निवासी आवेदक मयंक सोनी ने सागर लोकायुक्त एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी। उसने बताया कि उसके दोस्त की निजी जमीन पर मुरम खनन के लिए खनिज विभाग से वैध अनुमति ली है। इसके बावजूद दमोह के एडिशनल एसपी कार्यालय में पदस्थ स्टेनो रिश्वत मांग रहा है।

पीड़ित ने बताया कि एएसपी ऑफिस का स्टेनो उन पर रिश्वत के लिए दबाव बना रहा था। साथ ही 40 हजार रुपए मांग कर रहा था। इतना ही नहीं त्रिलोक अहिरवार हर महीने रिश्वत देने की बात भी की थी। बाद में वह 30 हजार रुपए पर आ गया। लोकायुक्त में की गई शिकायत में बताया था कि आरोपी यह रिश्वत खदान पर किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई न करने के एवज में मांग रहा था।

 

फुटपाथ पर ली रिश्वत

दमोह एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा के स्टेनो त्रिलोक सिंह ने आवेदन मयंक सोनी को रिश्वत की रकम लेकर होमगार्ड कार्यालय के पास बुलाया था। यहां पर फुटपाथ पर पहले उसने मयंक से बातचीत शुरू की बात में बैखौफ होकर उसने मयंक से रिश्वत की रकम के रुप में 25 हजार रुपए लेकर अपनी जेब में रख लिए। यह नोट सागर लोकायुक्त टीम ने कैमिकल लगाकर लिए थे। रकम का लेनदेन होते ही पास ही गाड़ी में इंतजार कर रही लोकायुक्त टीम ने तत्काल आरोपी को धरदबोचा और उसकी जेब से कैमिकल लगे नोट जब्त कर लिए।

पीड़ित मयंक सोनी आरोपी स्टेनो की शिकायत लेकर 23 फरवरी को सागर आया था। लोकायुक्त टीम 5 हजार रुपए लेकर पहले मयंक को भेजा था। रिश्वतखोर स्टेनों ने 24 फरवरी को 5 हजार रुपए ले लिए और 25 हजार रुपए 27 फरवरी को मांगे थे। उसके बाद उसका फोन बंद था। शुक्रवार को उसने फोन चालू किया और आगे होकर पीड़ित को पैसे लेकर बुलाया था। जैसे ही उसने होमगार्ड कार्यालय के बाहर पैसे लिए लोकायुक्त टीम ने धर लिया।