भोपाल:
अतिवृष्टि से जर्जर हो चुकी मध्यप्रदेश की तेरह सड़कें 69 करोड़ से चमचमाने वाली है। मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन इन सड़कों का निर्माण निजी ठेकेदारों से करवाएगा। यह काम तीन से नौ महीने में पूरा किया जाएगा।
बारिश के कारण जर्जर हो चुकी सड़कों की मरम्मत और नवीनीकरण का काम अब सरकार ने शुरु करा दिया है। अगले एक साल में प्रदेश की तेरह सड़कों का नवीनीकरण कराया जाना है। प्रदेश में जिन जर्जर सड़कों का निर्माण कार्य कराया जाना है उनमें भिंड-मिहोना-गोपालपुरा मार्ग का 50.86 किलोमीटर बीटी नवीनीकरण काम 15 करोड़ 78 लाख 53 हजार रुपए खर्च कर करवाया जाएगा। सागर दमोह मार्ग पर 41.81 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण पर खर्च किएजाएंगे। इसके अलावा लुकवासा-ईसागढ़-चंदेरी राजघाट मार्ग का नवीनीकरण सात करोड़ रुपए खर्च कर किया जाएगा। यहां 47 किलोमीटर सड़कों का नवीनीकरण किया जाएगा। पन्ना-अजय गढ़ मार्ग भी काफी जर्जर हो चुका है। यहां 35 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने के लिए 6 करोड़ 43 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
इसके अलावा मनासा-रामपुरा-भानपुरा-झालावाड़ मार्ग की कुल 117 किलोमीटर लंबी सड़कों का नवीनीकरण काम कराया जाएगा। सुवासरा-रामगढ़ गरोठ-भानपुरा मार्ग की सड़कें 4 करोड़ 78 लाख से सवारी जाएगी। सोनकच्छ-गंधर्वपुरी के बीच की 11 किलोमीटर लंबी और इंदौर-देपालपुर मार्ग की बारह किलोमीटर लंबी सड़कों के नवीनीकरण पर 7 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च होंगे। बदनावर- थांदला मार्ग की दस किलोमीटर, आष्टा कन्नोद मार्ग की 9किलोमीटर ,चाबी-शाहपुर-उमरिया मार्ग की 10 किलोमीटर लंबी सड़क की मरम्मत पर डेढ़ करोड रुपए खर्च होंगे। बटियागढ़ केरवाना के बीच 8 किलोमीटर और नीमच सिंगोली मार्ग की साढ़े तीन किलोमीटर सड़क जिसमें रतनगढ़ घाट की सड़कें भी शामिल है उनका नवीनीकरण भी कराया जाएगा। ये सभी सड़कें तीन से नौ माह के भीतर पूरी कराए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। बारिश के दौरान भी काम जारी रहेगा। अगले साल ये सभी सड़के चकाचक हो जाएंगी।