
आदिवासी समाज गठित करे सनातन आर्मी : पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री,आदिवासी जन जागृति सम्मेलन में बागेश्वर महाराज ने कहा..
राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: धर्मांतरण के लिए सॉफ्ट टारगेट समझे जाने वाले आदिवासी समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आदिवासी जन जागृति सम्मेलन का आयोजन किया। महाराज श्री ने कहा कि आदिवासी समाज न केवल अत्यंत सरल समाज है बल्कि भोला भाला समाज है। यही वजह है कि लोग इन्हें गुमराह कर इनका धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। समाज में जागरूकता लाकर इन्हें सनातन धर्म की आर्मी के रूप में खड़ा करना है।
महाराज श्री ने देशभर से आए आदिवासी समाज के लोगों को सनातन आर्मी बनाने का संकल्प दिलाया। जन जागृति सम्मेलन में झारखंड, उड़ीसा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना सहित देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की तादाद में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए।
सिद्ध पीठ बागेश्वर धाम में आयोजित आदिवासी जन जाग्रति सम्मेलन का उद्देश्य सभी हिंदुओं को जगाना है। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का संकल्प है कि हिंदु जगाओ और हिंदुस्तान बचाओ। जन जागृति सम्मेलन में देश के विभिन्न स्थानों से आदिवासी समाज के लोग बागेश्वर धाम आए।
कार्यक्रम का शुभारंभ बालाजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करने के साथ हुआ। कार्यक्रम में स्वागत भाषण क्षेत्रीय विधायक अरविंद पटैरिया ने दिया, उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के बीच भ्रांतियां फैलाकर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता है। सभी आदिवासी समाज के लोगों से आग्रह है कि वह धर्म विरोधी ताकतों के खिलाफ खड़े हों। जंगल में जीवन यापन करने वाले लोगों को अब कोई कमजोर समझने की भूल न करे।
बागेश्वर महाराज ने कहा कि जिसके पास सबसे ज्यादा जमीन है आज वही आदिवासी गरीब है। आदिवासी वे हैं जिन्होंने भगवान को भोजन उपलब्ध कराया है। उन्होंने सभी लोगों का आह्वान किया कि वह किसी भी परिस्थिति में धर्म से विमुख न हो, चाहे जो हो जाए हम सब हिंदू रहें और हिंदू कहलाएं।
महाराज श्री ने कहा कि हमें आदिवासी समाज पर गर्व है। जंगल बचाने में आदिवासी समाज ने सबसे बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने यहां आए हुए लोगों से कहा कि वे गांव गांव जाकर समाज को इकट्ठा करें और धर्मांतरण के खिलाफ एक जुट होकर इसका विरोध करें।
कार्यक्रम में शिक्षक रतिराम आदिवासी पन्ना के आदिवासी समाज के अध्यक्ष राम अवतार सिंह तथा राममिलन आदिवासी ने भी अपनी बात रखी।
इस मौके पर बिजावर विधायक राजेश शुक्ला बबलू ने कहा कि आदिवासी समाज एक बार वचन दे दे तो अपने वचन के पालन के लिए प्राणों तक की आहुति देने में पीछे नहीं रहते। कार्यक्रम में करीब 1200 लोग सिर्फ राजस्थान से आये थे। इस अवसर पर पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी, भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष बॉबी राजा गठेवरा सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग मौजूद रहे।
●अमो आखा हिंदू छे : सुम्मेर सिंह सोलंकी..
राज्यसभा सांसद एवं आदिवासी समाज से आने वाले सुम्मेर सिंह सोलंकी इस सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने अपनी भाषा में कहा कि आमो आखा हिंदू छे अर्थात हम सब हिंदू हैं। उन्होंने कहा कि वह बहुत सौभाग्यशाली है जो उन्हें बागेश्वर धाम आकर ऐसे कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज अत्यंत सरल और सीधा समाज है। वह प्रकृति का पुजारी है। हमारा समाज जीवन भर धर्म को माथे पर लिखे रहता है और यह अमिट होता है। अपने समाज के लोगों से कहा कि वह सनातन धर्म के लिए अपनी एकझुकता दिखाएं ताकि कोई धर्म परिवर्तन के लिए आंख ना उठा सके। सांसद सिंह ने कहा कि महाराज श्री ने समाज को आर्थिक और सामाजिक दिशा में उन्नति करने का भी संकल्प दिलाया है। धार्मिक स्थल पर लिया गया संकल्प स्थाई रहता है।
●यात्राओं के बाद भी शिक्षा ली और अब समाज को कर रहीं शिक्षित..
तेलंगाना से आई निर्मला ने बताया कि उनके परिवार ने उन पर विवाह के लिए बहुत दबाव डाला। कई तरह से उसे प्रताड़ना दी लेकिन उसकी इच्छा शिक्षा ग्रहण करने की थी ताकि वह अपने समाज को शिक्षित कर सके। प्रताड़ना के बाद भी उसने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत कर शिक्षक बनी। आज वह हिंदू धर्म, सनातन धर्म के लिए काम करने के साथ-साथ अपने समाज को शिक्षित कर रही है। निर्मला का मानना है कि हिंदू धर्म के अलावा अन्य किसी धर्म में महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता।
●धर्म परिवर्तन के साथ जमीनों पर लगी है निगाहें..
मंडला से आई उषा कुशराम ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि धर्म परिवर्तन के साथ-साथ आदिवासी समाज की जमीनों पर लोगों की नजर रहती है ताकि धर्म परिवर्तन के साथ ही उनकी जमीनों पर भी कब्जा किया जा सके। इंदौर की गौड़ परिवार की महिला ने कहा कि आदिवासियों को जंगल से बेदखल करने की साजिश की जा रही है। समाज के लोगों को शराब पिलाने की आदत जानबूझकर डाली जाती है ताकि वह ज्यादा से ज्यादा समय तक नशे में रहे और समाज के लिए कोई कार्य न कर सके।
उन्होंने कहा कि हमें अपने महानायकों के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके उद्देश्यों के लिए कार्य करना चाहिए। झारखंड से आई बहमनी सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मिशनरी के स्कूल पढ़ाई को आधार बनाकर भोले भाले आदिवासी समाज का धर्म परिवर्तन कराते हैं।
महाराज श्री ने दिलाए तीन संकल्प
बागेश्वर महाराज ने आदिवासी समाज के लोगों को तीन संकल्प दिलाए। उन्होंने लोगों से कहा कि वह गांव या आसपास के गांव में स्थित मंदिर में शनिवार या मंगलवार को अवश्य जाएं ताकि आपस में एकता बनी रहे और सनातन विरोधी गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे। उन्होंने दूसरा संकल्प दिलाया कि बागेश्वर धाम हनुमान चालीसा मंडल का गठन करें जिसके माध्यम से मंगल शनिवार हनुमान चालीसा का पाठ हो सके। पाठ होने से लोगों के विचारों में परिवर्तन आएगा और वह धर्म विरोधियों के खिलाफ एकजुट होंगे।