Suspend & Attach : खिलाड़ी छात्राओं से मालिश करवाने वाली ‘साई’ कोच निलंबित, अटैच

उनके पास काम कुछ नहीं था इसलिए खिलाड़ियों से पैर दबवाती

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Dhar : खेल की दुनिया में अपना भविष्य तराशने आई आर्चरी (तीरंदाजी) की खिलाड़ियों से प्राधिकरण की केंद्र प्रभारी शर्मिला तेजावत ने हाथ-पैर दबवाए थे। इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद जांच हुई और रीजनल डायरेक्टर ने कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित कर भोपाल अटैच कर दिया। इस पूरे मामले की अभी जांच जारी है।

शर्मिला तेजावत की नियुक्ति ‘साई’ (Sports Authority of India) के धार सेंटर पर 2012-13 में जिमनास्टिक कोच के रूप में हुई थी। कुछ समय बाद यह विधा बंद हो गई। इसके साथ ही कराते विधा को भी यहां से खत्म कर दिया गया। इस कारण इन प्रशिक्षकों की नियुक्ति के बाद कोई रिजल्ट नहीं आ रहा था। ऐसे में यहां के खिलाड़ियों को भोपाल, जबलपुर समेत अन्य सेंटरों पर भेज दिया गया। एक साल पहले तत्कालीन केंद्र प्रभारी श्वेतांक वर्मा का तबादला होने के बाद शर्मिला तेजावत को प्रभार सौंपा गया था। इस केंद्र प्रभारी शर्मिला तेजावत का वेतन एक लाख से अधिक है, जबकि उनके पास काम कुछ नहीं था इसलिए खिलाड़ियों से पैर दबवाती थी।

इस बीच कुछ माह पूर्व छात्राओं से हाथ-पैर दबवाने का उनका वीडियो वायरल हो गया। इसमें आर्चरी की छात्राओं से केंद्र प्रभारी तेजावत हाथ-पैर दबवाने और मालिश करवाते हुए नजर आ रही थी। वीडियो वायरल होने के बाद भोपाल से रीजनल डायरेक्टर सत्यजीत संस्क्रित ने धार सेंटर आकर वीडियो में दिखाई दे रही छात्राओं के बयान लिए थे। बाद में रीजनल डायरेक्टर ने केंद्र प्रभारी से भी अलग कक्ष में बयान नोट किए, जिसमें इसकी पुष्टि हुई थी कि वीडियो गलत नहीं है। हाथ-पैर दबवाने और मालिश करवाने वाली शर्मिला तेजावत को निलंबित कर भोपाल कार्यालय अटैच कर मामले की जांच की जा रही है।

बच्चों के प्रशिक्षण के लिए कई माता-पिता धार आकर बस गए हैं कि बच्चों को उच्चस्तर का प्रशिक्षण मिलता रहे। यहां के खिलाड़ियों का खेल देखकर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई प्रदेशों के माता-पिता भी यहां आ गए। लेकिन, कोरोना के चलते दो साल में सेंटर के कई बार बंद हुआ। इस बीच तेजावत भी छुट्टी पर चली गई।
खिलाड़ियों से हाथ-पैर दबवाने का मामला सामने आने के बाद केंद्र प्रभारी प्रशिक्षक नरेश भावसार को प्रभार देकर छुट्टी पर चली ई थी। भारतीय खेल प्राधिकरण के ऐसे मात्र छह सेंटर है। धार में बैडमिंटन, फुटबॉल, आर्चरी समेत अन्य विधाओं के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। कपिल देव ने इसका शुभारंभ करते हुए कहा भी था कि यह सेंटर देश में अपना नाम करेगा और खेल की दुनिया में एक अलग पहचान बनाएगा।

जैतपुरा में भवन बनने के बाद ‘साईं’ संचालित
1992 से पहले बच्चों की प्रैक्टिस घोड़ा चौपाटी स्थित राजा देवीसिंह बेडमिंटन हॉल और एसपीडीए मैदान में होती थी। जहां सुविधाएं अच्छी नहीं थी। कुछ साल बाद बैडमिंटन विक्रम ज्ञान मंदिर लालबाग की लाइब्रेरी में भी चला गया। मांग के चलते तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री व धार के वरिष्ठ भाजपा नेता विक्रम वर्मा ने ‘साई’ की सुविधा धार को दिलाई। जैतपुरा में भवन बनने के बाद इसे 2007 भारतीय खेल प्राधिकरण में अपने से जोड़ लिया था। इसे मप्र व छत्तीसगढ़ में से संचालित किया जा रहा है। 2019 में धार सभा करने आए पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इसका जिक्र किया था।