जिन्हें मंच मिलना चाहिए वे इससे वंचित रह जाते हैं – दिग्विजय सिंह

मेरा मंच पर नहीं बैठना संगठन को विचारधारात्मक रूप से सशक्त करने की सोच

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जिन्हें मंच मिलना चाहिए वे इससे वंचित रह जाते हैं – दिग्विजय सिंह

भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लगता ही है कि कांग्रेस में जिन नेताओं को मंच पर बैठने के लिए जगह मिलना चाहिए वे मंच तक पहुंचने से वंचित रह जाते हैं। मंच पर नेताओं के समर्थक अतिक्रमण कर लेते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हौंसला और विश्वास चाहिए। इसके चलते ही उन्होंने मंच पर नहीं बैठने का निर्णय लिया है। अपने इस निर्णय को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर लंबी पोस्ट लिखी है। जिसमें उन्होंने अपने निर्णय को संगठन को विचारधात्मक रूप से सशक्त करने की सोच वाला बताया है। गौरतलब है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तीन जून को भोपाल आए थे, रवींद्र भवन में भव्य मंच बनाया गया था। जिस पर राहुल गांधी सहित प्रदेश कांग्रेस के कई नेता आसीन हुए थे।

दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर जो पोस्ट लिखी है, वह संकेतों में पार्टी के ऐसे बड़े नेताओं को भी आईना दिखा रही है, जो भव्य मंच पर बैठते हैं और साथ में अपने समर्थकों को भी मंच पर बैठ लेते हैं। दिग्विजय सिंह ने 17 मार्च 2018 को दिल्ली में हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय अधिवेशन का जिक्र करते हुए लिखा कि इसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी सहित सभी वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मंच से नीचे दीर्घा में बैठे थे। यहा फैसला कांग्रेस का सबसे सफलतम प्रयोग था। पूर्व मुख्यमंत्री ने उदाहरण के लिए महात्मा गांधी तक का हवाला सोशल मीडिया की अपनी पोस्ट में दिया है। जिसमें लिखा गया कि महात्मा गांधी भी आम लोगों के साथ जमीन पर बैठते थे। उन्होंने लिखा कि संगठन में जितनी सादगी होगी उतनी सुदृढ़ता आएगी।