Use of Nuclear Weapons : परमाणु हथियार के उपयोग को लेकर भारत के हाथ एक समझौते से बंधे!

भारत के पास 172 परमाणु हथियार, तो पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार!

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Use of Nuclear Weapons : परमाणु हथियार के उपयोग को लेकर भारत के हाथ एक समझौते से बंधे!

 

New Delhi : परमाणु हथियारों की चर्चा तब बढ़ जाती है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव होता है। बीते दिनों हुए सैन्य संघर्ष में भी ऐसा ही हुआ और पाकिस्तान की तरफ से भारत पर परमाणु हमले की धमकी दी गई। हालांकि, भारत ने बिना डरे पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया, यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि भारत ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग’ ने डरने वाला नहीं है। भारत और पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों की मौजूदगी दुनिया के लिए चिंता का कारण है। दरअसल, ये दोनों देश दशकों से एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं और चार बार सीधी जंग भी लड़ चुके हैं।

हालांकि, भारत और पाकिस्तान की परमाणु हथियारों को लेकर नीतियां अलग-अलग हैं। पाकिस्तान भले ही परमाणु हथियारों को लेकर फर्स्ट यूज पॉलिसी यानी युद्ध की स्थिति में परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल की नीति पर अमल करता हो, लेकिन भारत की नीति काफी अलग है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि क्या भारत किसी भी हाल में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं कर सकता है? ऐसा कौन सा समझौता है, जो भारत को परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से रोकती है?

 

परमाणु हथियार दोनों देशों के पास

मौजूदा समय में दुनिया के सिर्फ 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं। इसमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया शामिल हैं। इसमें भारत और पाकिस्तान दुनिया के दो ऐसे पड़ोसी देश हैं, जिनके बीच टकराव की स्थिति हमेशा बनी रहती है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से परमाणु हथियारों की होड़ भी रही है। दुनिया के किस देश के पास कितने परमाणु हथियार हैं, इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है। हालांकि, माना जाता है कि भारत के पास 172 परमाणु हथियार हैं तो पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं।

 

भारत की परमाणु हथियारों को लेकर नीति

परमाणु हथियारों को दुनिया का सबसे शक्तिशाली हथियार माना जाता है। दुनिया में सिर्फ एक बार इन हथियारों का प्रयोग जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में किया गया था, जिसकी तबाही पूरी दुनिया ने देखी थी। ऐसे में इन हथियारों का प्रयोग न किया जाए ऐसे में कई देश ‘नो फर्स्ट यूज’ की नीति अपनाते हैं। भारत ने परमाणु हथियारों को लेकर 2003 में इस नीति को अपनाया था।

यह नीति कहती है कि भारत किसी भी परिस्थिति में किसी देश के खिलाफ पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा। हालांकि, अगर भारत पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया गया तो भारत भी ऐसा करने से पीछे नहीं हटेगा। इसलिए यह कहना गलत है कि भारत कभी परमाणु हथियारों का उपयोग नहीं कर सकता। भारत केवल उस परिस्थिति में इन हथियारों का प्रयोग करेगा, जब उस पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाए।