सर्वाधिक बेटियों और बहुओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े तो मिला विदिशा और अलीराजपुर कलेक्टर को सम्मान

585

भोपाल. आमतौर पर अठारह साल से उपर की बेटियों के नाम मतदाता सूची में लोग इसलिए नहीं जुड़वाते है क्योंकि उनका मानना होता है कि जहां बेटी का विवाह होगा वहीं उसका नाम जुड़े लेकिन विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने आमजन की इस सोच को बदला और विदिशा में इस बार अठारह साल और उससे उपर की सर्वाधिक अविवाहित बेटियो के नाम मतदाता सूची में नाम जोड़ने में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है।

इसी तरह अलीराजपुर कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह ने जिले के भीतर सर्वाधिक नवविवाहित बहुओं के नाम जोड़कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके लिए आज उन्हें राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने पुरस्कृत किया।

इस मौके पर सभी को मतदाता दिवस की शपथ भी दिलाई गई और द पॉवर ऑफ़ वन वोट कॉफी टेबल बुक का विमोचन कर प्रदर्शनी का उद्घाटन भी राज्यपाल ने किया। 13वाँ राष्ट्रीय मतदाता दिवस इस बार वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम थीम पर मनाया जा रहा है।

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर मैं भारत हूँ गीत का शुभारंभ भी किया गया।

कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में अलीराजपुर और विदिशा के मौजूदा कलेक्टरों सहित सीहोर के तत्कालीन कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, बुरहानपुर के तत्कालीन कलेक्टर प्रवीण सिंह अढयच, डिंडौरी के तत्कालीन कलेक्टर रत्नाकर झा, निवाड़ी के तत्कालीन कलेक्टर तरूण भटनागर को राज्यपाल मंगूभाई पटेल द्वारा सम्मानित किया गया।

इनके अलावा प्रदेशभर के कई अन्य उप जिला निर्वाचन अधिकारी,निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, निर्वाचक पर्यवेक्षक, बूथ लेवल ऑफिसर और मतदाता जागरुकता के लिए आयोजित निबंध, स्लोगन, गीत, पोस्टर सहित अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी राज्यपाल ने पुस्कृत किया।

इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत, राज्य निर्वाचन आयुक्त बी.पी. सिंह भी मौजूद रहे।

शादी से पहले वयस्क बेटियों के नाम जोड़ने लोगों को किया जागरुक- भार्गव

विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने इस मौके पर प्रदेश टुडे से चर्चा में बताया कि उनके जिले में इपिक रेश्यो में महिलाओं की संख्या कम थी। पुरुषों की संख्या ज्यादा थी। लोग 18 साल से अधिक उम्र की बेटियों के नाम मतदाता सूची में नहीं जुड़वाते थे उनकी सोच थी कि जहां शादी होगी वहां वे नाम जुड़वाएंगी ताकि कोई दिक्कत न हो। लोगों को जागरुक कर बेटियों के नाम जुड़वाए। उन्हें बताया कि शादी के बाद बेटियों का नाम पति के साथ मतदाता सूची में जुड़ जाएगा। इसके लिए बीएलओ को घर-घर भेजा, स्कूलों में, गांवों में पटवारी, पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से बेटियों के नाम जुड़वाए। इससे हमारे यहां इपिक रेश्यों बदला है। जनगणना के हिसाब से भी नाम कम थे इन फासले को कम किया इसलिए यह सम्मान मिला है।

नवविवाहित बहुओं के नाम जोड़ने में प्रदेश में अव्वल रहे-राघवेन्द्र सिंह

अलीराजपुर कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि उनके जिले की दोनो विधानसभा क्षेत्रों में नवविवाहित बहुओं के नाम मतदाता सूची में जोड़ने में अलीराजपुर प्रदेश में अव्वल रहा है। अब सत्रह साल की उम्र से ही मतदाता सूची में नाम जोड़ने आवेदन लिए जाते है। हमने फार्म छह सर्वाधिक प्राप्त किए। 17 से 18 साल की उम्र के कोई युवा छूटे नहीं यह प्रयास किया। बीएलओ ने इसमें काफी मेहनत की। विद्यालयों में आंगनबाड़ियों की मदद हमने ली। यूथ को जोड़ने का लक्ष्य हमने हासिल किया। स्कूलों में कैंप लगाकर 17 से उपर के सभी बच्चों के आवेदन भरवाए। नवविवाहित बहुओं के नाम जोड़ने में हम प्रदेश में अव्वल रहे है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त के संदेश का प्रसारण-

कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग के संदेश का प्रसारण किया गया। अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस (वृद्धजन) पर तैयार कराई गई फिल्म का प्रदर्शन भी होगा। मुख्य अतिथि द्वारा युवा मतदाताओं को इपिक कार्ड का वितरण एवं विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी- कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया।

मंत्रालय में मतदाताओं ने ली शपथ-

प्रदेश के 64 हजार 100 मतदान केंद्रों पर भी 25 जनवरी को 13वाँ राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों और शासकीय कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों को मतदाता शपथ दिलाई गई।सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क (मंत्रालय) में शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रात: 11 बजे मतदाता शपथ ली। कर्मचारियों ने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं को बनाये रखने एवं स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ ली।

इनका हुआ सम्मान-

राज्य-स्तरीय समारोह में राज्यपाल मंगूभाई पटेल द्वारा निर्वाचन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सम्मानित किया गया। जिनका सम्मान हुआ उनमें अलीराजपुर कलेक्टर राघवेंन्द्र सिंह, विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव,सीहोर के तत्कालीन कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर,बुरहानपुर के तत्कालीन कलेक्टर प्रवीण सिंह अढयच, डिंडौरी के तत्कालीन कलेक्टर रत्नाकर झा, निवाड़ी के तत्कालीन कलेक्टर तरूण भटनागर को सम्मानित किया गया।

इनके अलावा अलीराजपुर से सीएल चनाप, सीहोर से वंदना राजपूत सीहोर,विदिशा से अमृता गर्ग, बुरहानपुर से शैलेंद्र सिंह सोलंकी ,डिंडौरे से अरूण कुमार विश्वकर्मा, निवाड़ी से एसके अहिरवार,नर्मदापुरम से नितिन टाले, बुरहानपुर से ज्योति शर्मा, बुरहानपुर से दीपक चौहान, विदिशा से विजय राय सहित अन्य कई अधिकारियों को सम्मानित किया गया।

मतदाता जागरुकता प्रतियोगिताओं के विजेता भी होंगे सम्मानित-

मतदाता जागरूकता को लेकर हुई स्पर्धा में गीत में सुरवेंद्र कुमार तिवारी 15हजार रुपए, वीडियो में कार्तिक त्रिवेदी को 30हजार रुपए, पोस्टर मेकिंग में विश्वास कुमार सोनी को 20000 रुपए, गीत में अवनि वर्मा को 3000 रुपए, स्लोगन में ललित भाटी, पवन पंसारी और आरती दुबे को क्रमश: दो-दो हजार रुपए की अवार्ड राशि से पुरस्कृत किया गया।