How VD Sharma’s Chair Survived : सीधी कांड ने बचाई VD शर्मा की कुर्सी, एनवक्त पर फैसला बदला!

आरोपी प्रवेश शुक्ला ब्राह्मण है, जिसका घर तोड़ने से ब्राह्मण नाराज हुए!

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How VD Sharma’s Chair Survived : सीधी कांड ने बचाई VD शर्मा की कुर्सी, एनवक्त पर फैसला बदला!

Bhopal : सीधी पेशाब कांड से भाजपा को भले नुकसान हुआ हो। लेकिन, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की कुर्सी इसी वजह से बची। आरोपी युवक प्रवेश शुक्ला के भाजपा से जुड़ाव के चलते पार्टी की किरकिरी हुई। इससे पार्टी को नुकसान हुआ, लेकिन वीडी शर्मा को बड़ा फायदा हो गया। उनकी कुर्सी बच गई। अब उम्मीद की जा सकती है कि वे विधानसभा चुनाव होने तक पद पर बने रहेंगे। उनके बचने का कारण ये रहा है कि आरोपी प्रवेश शुक्ला ब्राह्मण है, जिसका घर तोड़ने से ब्राह्मण नाराज हो गए। ऐसे में वीडी शर्मा को हटाया जाना पार्टी को भारी पड़ जाता।

दो सप्ताह पहले भाजपा संगठन में बदलाव को लेकर दिल्ली में बैठकें चल रही थीं। चार राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की। मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा की विदाई की भी तैयारी होने लगी। समझा जाने लगा कि अगले एक-दो दिन में शर्मा की जगह किसी दूसरे नेता को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। लेकिन, जिस तरह हालात बदले उससे प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी बच गई।

पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ सरकार ने जैसे ही मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू की, ब्राह्मणों ने इसका विरोध शुरू किया। पीड़ित के आदिवासी होने के चलते प्रदेश सरकार कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं चाहती थी। आनन-फानन में प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एनएसए लगा दिया गया। उसके घर पर भी बुलडोजर चला दिया गया।
जबकि, पीड़ित दशमत रावत को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस में बुलाकर उसका सम्मान किया। आदिवासी वोट बैंक पर संभावित असर से घबराई सरकार की कार्रवाइयों से ब्राह्मण असहज होने लगे। ब्राह्मणों के संगठनों ने सरकार की कार्रवाइयों का विरोध शुरू किया। वे प्रदेश शुक्ला के घर पहुंच गए और आर्थिक मदद के साथ उसे हरसंभव सहायता का भरोसा दिया। अब सरकार को ब्राह्मणों के नाराज होने की चिंता सताने लगी। ब्राह्मण समाज से आने वाले वीडी शर्मा को इसका फायदा मिल गया।

भाजपा नेतृत्व को लगा कि इस मौके पर वीडी शर्मा को पद से हटाने पर ब्राह्मण समाज में गलत संदेश जा सकता है। ब्राह्मण समाज चुनाव में भाजपा के खिलाफ गोलबंद हुआ, तो पार्टी के लिए नतीजे गंभीर हो सकते हैं। प्रदेश स्तर के नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को इस चिंता से अवगत कराया। इसके बाद अमित शाह भोपाल आए।

भोपाल आकर अमित शाह ने वीडी शर्मा की कार्यशैली से नाराज नेताओं को समझाइश दी। इससे सभी बड़े नेताओं के साथ बैठक कर यह संदेश दे दिया कि प्रदेश संगठन में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा। शर्मा को भी हिदायत दी गई कि वे सबको साथ लेकर चलें। इसके साथ ही तय हो गया कि साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने तक वे अपने पद पर बने रहेंगे।