मलमास की समाप्ति के बाद भजन लाल मंत्रिपरिषद का विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां?
गोपेन्द्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट
लोहड़ी और मकर संक्रांति के साथ ही मलमास समाप्त हो रहा है और इस बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दिल्ली दौरे से एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार और रविवार को अपने दिल्ली दौरे में कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की है। इसको लेकर सियासी गलियारों में कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि आधिकारिक रूप से इसे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनके एक सरकारी कार्यक्रम में भाग लेने तथा राज्य विधानसभा के बजट सत्र से पहले केन्द्रीय नेताओं से शिष्टाचार भेंट बताया गया लेकिन राजनीतिक जानकारों के अनुसार राजस्थान की आवश्यकताओं और वित्तीय जरूरतों को साधने के लिए राज्य बजट प्रस्तुत होने से पहले इसे एक जरूरी कसरत बताया जा रहा है।
राजस्थान में भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के बाद मंत्रिमंडल के विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों के कयास लगाए जा रहे थे,लेकिन मल मास के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार अब तक नहीं हो पाया है। इसके चलते कई राजनीतिक पदों पर नियुक्तियां भी पेंडिंग पड़ी है।
इसलिए, भजनलाल सरकार में मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर लगातार चर्चा सुर्खियों में है। इस लिहाज से मुख्यमंत्री भजनलाल के दिल्ली दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने दिल्ली प्रवास में भाजपा के चाणक्य केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। वैसे उस मुलाकात को राज्य के तीन कानूनों की समीक्षा बैठक बताया गय लेकिन अंदरूनी तौर पर यह भेंट राजनीतिक चर्चा के इर्दगिर्द भी रही।भजनलाल राजस्थान में क्रियान्वित योजनाओं को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मिले, लेकिन इन मिल मुलाकातों को मंत्रिमंडल के विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी जोड़कर देखा जा रहा है।
सीएम भजनलाल ने दिल्ली दौरे के बाद अपने सोशल मीडिया एक्स पर केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की तस्वीरे साझा की। मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से राजस्थान सरकार की ओर से किए जा रहे विकास कार्यों, जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं भावी परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। इसी तरह केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ प्रदेश के वित्तीय विषयों पर चर्चा की। उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी राजस्थान में विकास कार्यों, ऊर्जा क्षेत्र में नवीन संभावनाओं, आवासीय परियोजनाओं एवं शहरी विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। सीएम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट किया-नई दिल्ली में माननीय केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी जी से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर माननीय मंत्री जी के साथ राजस्थान में पेट्रोलियम क्षेत्र के विकास, प्राकृतिक गैस आपूर्ति की वर्तमान स्थिति एवं भविष्य की संभावनाओं पर सार्थक चर्चा की। दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री भजन लाल ने पचपदरा में निर्माणाधीन तेल रिफाइनरी और पेट्रो कॉम्प्लेक्स का दौरा भी किया था। समझा जाता है कि उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से तेल रिफाइनरी का यथाशीघ्र शुभारंभ कराने का आग्रह किया होगा।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राजस्थान में भाजपा ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले टिकट की दावेदारी जता रहे नेताओं को राजनीतिक नियुक्तियां देकर बगावत को जरूर शांत किया था, लेकिन इसके बाद अब तक प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हो पाई है। ऐसे में सीएम भजनलाल शर्मा का दिल्ली दौरा काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि, इसको लेकर अभी तक किसी तरह की आधिकारिक बात सामने नहीं आई, लेकिन माना जा रहा है कि विधानसभा सत्र के बाद राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों का दौर चलेगा। ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा केंद्रीय नेताओं से चर्चा कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की वर्तमान परिस्थितियों में राज्य विधानसभा के सत्र और नए वर्ष में राज्यपाल के भाषण तथा आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अच्छा बजट प्रस्तुत कराना तथा भाजपा संगठन एवं प्रदेश और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव आदि प्राथमिकताएं है, फिर भी यह देखना दिलचस्प होगा कि मिल मास की समाप्ति के बाद क्या राजस्थान में भजन लाल मंत्रिपरिषद का पुनर्गठन विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को अंतिम रूप दिया जाएगा?