

Gold Will be Cheaper : केंद्र सरकार ने सोने की कीमत कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया!
New Delhi : अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के फिर राष्ट्रपति बनने के बाद से वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ी है। इसके चलते सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में ज्यादा तवज्जो दी जा रही। सोने की कीमतें बढ़ने का एक बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है। इस पर नियंत्रण करने के लिए सरकार ने सोने और चांदी के बेस इम्पोर्ट प्राइस में कटौती कर दी। इससे आने वाले दिनों में इनकी कीमतों पर कुछ राहत मिलेगी। सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उछाल देखा जा रहा था। निवेशकों की भी इसमें दिलचस्पी बढ़ी है।
केंद्र सरकार ने 3 मार्च को सोने और चांदी के आयात मूल्य (बेस इम्पोर्ट प्राइस) में कमी की घोषणा की है। सोने का बेस इम्पोर्ट प्राइस 11 डॉलर घटाकर 927 डॉलर प्रति 10 ग्राम कर दिया गया है। चांदी के बेस इम्पोर्ट प्राइस में 18 डॉलर की कटौती कर इसे 1025 डॉलर प्रति किलोग्राम किया गया है। इससे पहले, फरवरी में सरकार ने चांदी के आयात मूल्य में 42 डॉलर की बढ़ोतरी की थी।
चीन के बाद भारत दूसरा बड़ा उपभोक्ता बाजार
चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है। अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए भारी मात्रा में सोने का आयात करता है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का गोल्ड इम्पोर्ट 30% बढ़कर 45.54 अरब डॉलर पहुंच गया था। जबकि, 2022-23 में यह 35 अरब डॉलर था। भारत का सबसे ज्यादा सोना आयात स्विट्जरलैंड से होता है, जिसकी हिस्सेदारी 40% है।
इसके बाद यूएई (16%) और दक्षिण अफ्रीका (10%) का स्थान आता है।
ऐसे सस्ता होगा सोने का आयात
बेस इम्पोर्ट प्राइस में कटौती से सोने का आयात सस्ता हो सकता है, जिसका फायदा आगे चलकर ग्राहकों को मिलेगा। सरकार हर 15 दिन में आयातित धातुओं का आधार मूल्य निर्धारित करती है। आयात शुल्क इसी आधार मूल्य पर लगाया जाता है, जो डॉलर इंडेक्स और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों पर निर्भर करता है।
यदि वैश्विक स्तर पर कीमतें स्थिर रहती हैं और बेस इम्पोर्ट प्राइस कम होता है, तो भारतीय बाजार में सोना सस्ता हो सकता है।
फिलहाल ये हैं सोने-चांदी की कीमत
फिलहाल 24 कैरेट सोने का भाव 87,390 रुपये प्रति 10 ग्राम है। चांदी का भाव 96,800 रुपये प्रति किलोग्राम है। विशेषज्ञों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीतियों के जवाब में चीन और कनाडा के रुख से ट्रेड वॉर और तेज हो सकता है, जिससे सोने की कीमतों में और उछाल आ सकता है।