Monsoon Cycle : मानसून के सालाना चक्र में बदलाव करने पर विचार!

नए चक्र के मुताबिक 15 दिन का उलटफेर करने का सुझाव

901

Monsoon Cycle : मानसून के सालाना चक्र में बदलाव करने पर विचार!

New Delhi : सरकार मानसून के चक्र को बदलने पर विचार कर रही है। नए चक्र में मानसून 15 जून से 15 अक्टूबर तय करने का सुझाव सामने आया है। यानी अब मानसून 1 जून से शुरू होकर 30 सितंबर को खत्म नहीं होगा, इसके चक्र में उलटफेर होगा। इससे कृषि संबंधी योजनाएं बनाने में भी सरकार को सहूलियत होगी।

अभी साल में मानसून का मौसम जून से सितंबर तक का चार महीने का होता है। मौसम विभाग के अनुसार, एक जून को देश में मानसून प्रवेश करता है। सितंबर के दूसरे सप्ताह से छंटना शुरू हो जाता है। लेकिन, जलवायु खतरों के चलते इसमें परिवर्तन आ चुका है। देश में इसे पिछले कुछ सालों से साफ महसूस किया जा रहा है। इसके चलते अब मानसून के सीजन बदलने पर विचार शुरू हो गया है।

जानकारी के मुताबिक, इसमें कम से कम 15 दिनों का बदलाव किया जा सकता है, ताकि कृषि से जुड़ी तैयारियों में भी जरूरी बदलाव किया जा सके।

अर्थ साइंस विभाग के सचिव डॉ एम रविचंद्रन के अनुसार मानसून शिफ्ट हुआ है। अब यह प्रत्यक्ष रूप से स्थापित हो चुका है। इस साल भी और पिछले वर्षों भी देखा गया है कि उत्तर भारत से मानसून छंटने में विलंब हो रहा है। मोटे तौर पर अक्टूबर मध्य तक मानसून की गतिविधियां जारी रहती हैं।

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीटरोलॉजी पुणे इस पर अध्ययन कर रहा है व इनमें विचार आया है कि मानसून सीजन को 15 जून से 15 अक्तूबर तक घोषित किया जाए। अभी 1 जून से 30 सितंबर का होता है। रविचंद्रन ने कहा कि इस विषय पर आगे चर्चा होगा। मानसून जून में देश में दस्तक तो देता है, पर देखा गया कि शुरुआती दिनों में उसकी सक्रियता कम रहती है।

15 जून के बाद ही मानसून देश में ठीक से सक्रिय होता है। डॉ रविचंद्रन ने कहा कि मानूसन की अवधि में बदलाव से लोगों में खास कृषि कार्य करने वालों को मानसून के अनुरूप गतिविधियों को निर्धारित करने में मदद मिलेगी।