राजस्थान में 20 जिलों से बनेगा नया मरुप्रदेश,संसद के विशेष सत्र में मरुप्रदेश पर होगी चर्चा

राजस्थान राज्य दुनिया के 110 देशों से बड़ा

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राजस्थान में 20 जिलों से बनेगा नया मरुप्रदेश,संसद के विशेष सत्र में मरुप्रदेश पर होगी चर्चा

गोपेंद्र नाथ भट्ट की विशेष रिपोर्ट 

नई दिल्ली: काफी लंबे समय से राजस्थान के पश्चिमी राजस्थान के जिलों में अलग प्रदेश मरुप्रदेश की मांग उठ रही है।

केंद्रीय सरकार सूत्रों के अनुसार संसद के विशेष सत्र में नए राज्य निर्माण की अटकलें तेज हो गई है।

नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डाभोल के बुलावे पर प्रधानमंत्री कार्यालय में नए राज्य मरुप्रदेश,शेखावाटी नहर, घग्घर नदी के पानी,माही बेसिन के जल,बॉर्डर पर बढ़ते पलायन को लेकर चर्चा भी की है।

गौरतलब है कि इसको लेकर आंदोलन कर रहे मरुप्रदेश निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष जयबीर गोदारा ने बताया कि राज्य को लेकर आमजन की ओर से 13 साल में अनेकों बड़े आंदोलन किए गए है।सन 2009 में बीकानेर से लेकर जयपुर तक ऊँटों की महायात्रा की थी व राज्यपाल को ज्ञापन दिया था।

उसके बाद 2013 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिल्ली में ज्ञापन दिया,फिर 2014 में नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था।

नए प्रदेश की मांग के तहत 23 जनवरी 2023 में श्रीगंगानगर से लेकर जयपुर तक ऊँटो की महायात्रा की गई थी। जिसमें छोटे जिले,छोटे संभाग,बिजली,किसान,भर्ती परीक्षाओं के भ्रष्टाचार सहित अनेकों मुद्दे रखे थे। उसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नए जिले व नए संभाग सहित अनेकों मांगे पूरी भी करी।

मरुसेना के अध्यक्ष जयन्त मूंड ने बताया कि राजस्थान राज्य दुनिया के 110 देशों से बड़ा है।

अरावली पर्वतमाला पूर्वी राजस्थान व पश्चिमी राजस्थान को भौगोलिक,सांस्कृतिक,रहन-सहन

पहनावें,जलवायु,भाषा,विकास व आर्थिक आधार पर विभाजित करती है।

केंद्र सरकार के सूत्रों के अनुसार सोमवार को ही दिल्ली के उच्च अधिकारियों ने मरुप्रदेश मुद्दे से सम्बंधित कागजात मंगवाए थे। जिससे संकेत मिले थे कि नए संसद के सत्र में नए राज्य का निर्माण की घोषणा सम्भव हो सकती है।

नए प्रदेश की मांग करने वाले आमजन के कहना है कि मरुप्रदेश बनता है तो नई संसद का विशेष सत्र स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा व विकास के नए आयाम खुलेंगे।

*मरू प्रदेश का मुकाबला दुबई से*

मरुप्रदेश राज्य बनता है तो हमारा मुकाबला राज्य के साथ नही दुबई देश के साथ होगा। हमारे जिलों में नए रोजगार व तरक्की के द्वार खुलेंगे। औधोगिक क्रांति आएगी व प्रति व्यक्ति आय में भी बढ़ोतरी होगी।

*20 जिलों का होगा मरुप्रदेश*

पश्चिमी राजस्थान के 20 जिलें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़,अनूपगढ़,चुरु, झुंझुनू,नीमकाथाना, सीकर,नागौर, डीडवाना-कुचामन, बीकानेर,जैसलमेर, फलौदी,बाड़मेर, बालोतरा,जोधपुर,जोधपुर ग्रामीण,पाली,जालोर, सांचौर एवं सिरोही को मिलाकर मरुप्रदेश बनेगा ।