
Rahul Gandhi Roared in Mhow : मोदी सरकार SC-ST और OBC को गुलाम बना रही, देश अडानी-अंबानी के हाथ में, महू में गरजे राहुल गांधी!
अंबेडकर की जन्मस्थली महू में विपक्ष के नेता ने फिर जातिगत जनगणना पर जोर दिया!
Mahu : बाबासाहेब अंबेडकर की जन्मस्थली महू में कांग्रेस ने आज एक बड़ी रैली की। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश में निजीकरण और कुछ अरबपतियों के पोषण के लिए गरीबों को गुलाम बनाया जा रहा है। इसलिए लोगों को संविधान विरोधी सरकार के खिलाफ आवाज उठानी होगी। देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक संविधान को बचाना चाहती है तो दूसरी संविधान के खिलाफ है।
राहुल गांधी ने संविधान की प्रतीक किताब दिखाते हुए कहा कि यह संविधान कोई किताब नहीं है। इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच है। राहुल गांधी ने कहा कि पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि 15 अगस्त 1947 में आजादी नहीं मिली। सच्ची आजादी मोदी जी के आने के बाद मिली। यह सीधा संविधान पर आक्रमण है। जिस दिन यह संविधान खत्म हो गया, उस दिन देश में दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के लिए कुछ नहीं बचेगा।
अडानी व अंबानी जैसे दो-तीन अरबपति लोगों को सारा धन सौंपा जा रहा है। बीते 50 सालों के इतिहास में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है। आम लोगों को बच्चों की शादी करने के लिए कर्ज लेना पड़ता है, क्योंकि रोजगार नहीं होने से आपके घर में पैसा नहीं है। जितना धन अरबपतियों के हाथ में जाएगा, उतना कम रोजगार आपके बच्चों को मिलेगा। नोटबंदी और जीएसटी हिंदुस्तान के गरीब लोगों को खत्म करने का औजार है।
अरबपतियों के 16 लाख करोड़ माफ किए
कांग्रेस नेता राहुल गांधीने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपए कर्ज माफ किया है। आखिर ये किसका पैसा था, आपकी मेहनत के पैसे से उनका कर्ज माफ हुआ। मेहनत आप करते हो और अडानी-अंबानी चीन का माल हिंदुस्तान में बेचते हैं। मेहनत आप लोग करते हो और रोजगार चीन के लोगों को मिलता है। पेट्रोल का दाम बढ़ता जाता है, आप देखते रहते हो। इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल का दाम कम होता है, लेकिन हिंदुस्तान में कभी कम नहीं होता। इसका सीधा फायदा अडानी-अंबानी को होता है।
देश अडानी और अंबानी चला रहे
राहुल गांधीने कहा कि आजादी से पहले गरीबों, दलित-पिछड़ा और आदिवासियों के कोई अधिकार नहीं थे। सिर्फ राजा महाराजा के थे। जो बदलाव आजादी के दिन आया था, आपको जमीन मिली, उसका हक मिला और अधिकार दिए गए। बीजेपी-आरएसएस वाले चाहते हैं कि आजादी से पहले जो था, जहां गरीबों का कोई अधिकार नहीं थे, सिर्फ अडानी अंबानी जैसे लोगों के अधिकार थे, वैसा हिंदुस्तान ये लोग चाहते हैं। वे चाहते हैं गरीब चुप बैठें, भूखे मर जाएं. कोई सपना न देखें और हिंदुस्तान को अरबपति चलाएं। उनको एयरपोर्ट चाहिए, एयरपोर्ट मिल जाएं, हाईवे मिले जाएं. आपकी शिक्षा, अस्पताल और सारी व्यवस्था प्राइवेट हाथों में जा रही हैं। एससी-एसटी, ओबीसी और सामान्य गरीबों को गुलाम बनाया जा रहा है।
राम मंदिर में राष्ट्रपति को नहीं आने दिया
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा कहती है कि राम मंदिर बनने के बाद दूसरी आजादी मिली। लेकिन, राम मंदिर के उद्घाटन में आपने किसी गरीब, दलित और मजदूर-किसान को नहीं देखा। आदिवासी राष्ट्रपति को उन्होंने मंदिर में अंदर जाने नहीं दिया। दलित, ओबीसी, पिछड़े भी नहीं गए। पार्लियामेंट का उद्घाटन हुआ, तो दलित राष्ट्रपति को अंदर नहीं आने दिया, यही सच्चाई है। अब रास्ता यही है कि सबसे पहले यह पता करना है कि देश का धन किसके हाथ में कितना है! हिंदुस्तान के 500 बड़े बिजनेसमैन जो अरबपति हैं इनमें कोई एससी-एसटी ओबीसी नहीं है, लेकिन 90% की आबादी का पैसा इन लोगों के हाथों में है।