तेज हवा-आंधी, बारिश ने मचाई तबाही, 1 करोड़ रुपए से अधिक की सामग्री का नुकसान, 6 गांव में 40 मकान प्रभावित

तेज हवा-आंधी, बारिश ने मचाई तबाही, 1 करोड़ रुपए से अधिक की सामग्री का नुकसान, 6 गांव में 40 मकान प्रभावित

खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट

खरगोन: खरगोन विधानसभा क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवो में तेज हवा-आंधी बारिश से रविवार की रात मची तबाही से कई कच्चे मकान गिर गये। हवा आंधी में कई मकानों की टीन की चद्दरे उड़ने से गरीब ग्रामीण बेघर हो गये। ऐसी हवा आंधी कुछ देर का तूफान आया कि गांवों में बिजली के पोल के साथ ही कई पेड़ भी उखड़ गये। सड़क पर पोल और पेड़ गिरने से गांवों के आने जाने के रास्ते बंद हो गये। करीब 1 करोड़ रुपए की सामग्री का नुकसान बताया जा रहा है।

सुखद खबर है कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन हवा आंधी और तूफान से लोग अभी भी डरे और सहमे हैं। कई ग्रामीण बेघर हो गये। लोगों के खाने पीने का सामान और गृहस्थी का सामान बर्बाद हो गया। तबाही का ऐसा मंजर आया कि लोगों ने घर से बहार निकलकर अपनी जान बचाई। आज लोगों के घर में चूल्हे तक नहीं जल पाये।

खरगोन के रजुर, नंदगांव बगुद, रामपुरा, अकावलिया सहित अन्य गांवो में करीब 1 करोड़ रुपए का नुकसान होना बताया जा रहा है। रविवार की रात से ही इन गांवो में बिजली भी बंद है। बिजली बंद होने से गांवों का आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। गांवों में तबाही मचने के बाद अब सर्वे और मुआवजे की बात की जा रही है।

पूर्व कृषि मंत्री बालकृष्ण पाटीदार और खरगोन विधायक रवि जोशी भी प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी हवा आंधी तूफान का मंजर पहले कभी नहीं देखा। पीड़ितों का मानना है कि घर से बाहर निकलकर जान बचाई। ग्रामीणों का कहना कि रजूर, नंदगांव, रामपुरा सहित करीब 6 गांव में 40 मकान हवा आंधी तूफान में प्रभावित हुए है। करीब डेढ़ करोड़ रूपये का नुकसान हो गया है। ग्रामीणों से मिलने पहुंचे प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने बताया कि 6 गांव में हवा आंधी तूफान से काफी नुकसान हुआ है। करीब 50 लाख का नुकसान हो गया है। अधिकारियों से चर्चा की है सर्वे कर जल्दी ग्रामीणों को मुआवजा दिलाएंगे।

इधर ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब के प्रधानमंत्री आवास नही बनने का आरोप लगाने वाले खरगोन विधायक रवि जोशी का कहना है कि तेज हवा आंधी तूफान से गरीब लोग बेघर हो गये। करीब 40 से 50 मकान तबाह हो गये। जनहानि नहीं हुई लेकिन अगर गरीबों के प्रधानमंत्री आवास होते तो ये स्थिति नहीं होती। अधिकारियों को सर्वे कर जल्द मुआवजा देने और बेघर लोगों को मदद के निर्देश दिये हैं। ग्रामीणों की मदद के लिये भोपाल में परसों मुख्यमंत्री से मुलाकात करूंगा।