

TI Suicide Case: जेल पहुंचे कुजूर आत्महत्या काण्ड के आरोपी आशीराजा एवं सोनू ठाकुर,1 दिन की रिमाण्ड के बाद न्यायालय में किया था पेश
राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: पिछले 7 दिनों से छतरपुर सहित पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बने TI अरविंद कुजूर आत्महत्या मामले में लंबी विवेचना और दर्जन भर से अधिक संदेहियों से पूछताछ के बाद आखिरकार मामले की मुख्य आरोपी आशी ठाकुर और उसके कथित प्रेमी सोनू ठाकुर को अदालत ने जेल भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को शहर के ओरछा रोड थाना में प्रमुख संदेही आशी राजा और उसके साथी सोनू ठाकुर पर आत्महत्या के लिए उकसाने, जबरन वसूली और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने इन्हें बुधवार को ही विशेष न्यायाधीश उपेन्द्र प्रताप सिंह के न्यायालय में पेश किया गया था जहां से पुलिस को गुरूवार की दोपहर 2 बजे तक की रिमाण्ड मिली थी।
गुरूवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों को दोबारा विशेष न्यायाधीश की अदालत में दोपहर 2 बजे पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से नगदी, सोने-चांदी के जेवर सहित गाडिय़ां भी जब्त की हैं।
आशी राजा और उसके साथी सोनू ठाकुर पर दर्ज एफआईआर के मुताबिक इन दोनों आरोपियों ने टीआई अरविंद कुजूर को आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने और बलात्कार का मामला दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया था। इसी से तंग आकर 6 मार्च को टीआई कुजूर ने पेप्टेक टाउन कॉलोनी में स्थित अपने किराए के मकान में सर्विस पिस्टल से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने आरोपी आशीराजा के पास से टीआई अरविंद कुजूर द्वारा गिफ्ट की गई सामग्री सोने का नेकलेस, इयर रिंग्स, अंगूठी, डेढ़ लाख का बैग, मोबाइल, सफारी एवं स्विफ्ट कार, नगदी जब्त की है। वहीं आरोपी सोनू ठाकुर के पास से सोने की चैन, मोबाइल एवं रूपए जब्त किए गए हैं।
*●क्या ड्रग और लेनदेन मामले की जांच होगी?*
पुलिस ने टीआई कुजूर मामले में भले ही मुख्य आरोपियों आशीराजा और सोनू ठाकुर को जेल भेज दिया हो लेकिन इस मामले की विवेचना के दौरान जो तथ्य सामने आए हैं उन तथ्यों के हिसाब से पुलिस ने अदालत के सामने जब्ती प्रस्तुत नहीं की है। यह बात पहले दिन से ही सामने आ रही थी कि टीआई अरविंद कुजूर आत्महत्या काण्ड में एमडी ड्रग के सेवन और इसके विक्रय से जुड़ा नेटवर्क भी शामिल रहा है। इसके साथ ही पुलिस ने लगभग 15 लोगों से पूछताछ कर यह कहा था कि पुलिस आशीराजा, सोनू ठाकुर की संपत्तियों की जांच कर रही है। पुलिस को यह भी शक है कि सट्टा कारोबारियों के पास भी अरविंद कुजूर का पैसा था लेकिन पुलिस ने फिलहाल अवैध लेनदेन, ड्रग कनेक्शन से जुड़े दोनों महत्वपूर्ण विषय अपनी एफआईआर में छोड़ दिए हैं।
आरोपी आशीराजा के वकील रवि पाण्डेय ने पुलिस की एफआईआर पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि यह एफआईआर सिर्फ पुलिस महकमा अपनी नाक बचाने के लिए कर रहा है जबकि कुजूर आत्महत्या काण्ड की वजह अवैध लेनदेन और एमडी का नशा हो सकता है। इस मामले में अब 27 मार्च को अगली सुनवाई होगी।